बड़वानी। संभागायुक्त डा. पवन शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से आदेशित किया है कि उनके क्षेत्र में भिक्षुकों के बेहतर पुनर्वास की व्यवस्था हो। इसके लिए सभी जिलों में नगरीय निकायों में अपरा- चार बजे से यह देखा जाए कि कहीं भिक्षुक बेसहारा तो नहीं हैं। उन्हें पूरी संवेदनशीलता और मानवीयता के साथ रैन बसेरे में शिफ्ट किया जाए। जहां पर रैन बसेरा नहीं है वहां अन्य उपयुक्त स्थल का चयन सामाजिक न्याय विभाग की सहायता से कर यह कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इस पर कलेक्टर शिवराजसिंह वर्मा ने समस्त सीएमओ को निर्देश दिए कि जहां भिक्षुक एकत्रित होते हैं, ऐसे स्थानों पर शाम को सीएमओ व उनकी टीम के साथ राजस्व कर्मचारी जाकर जानकारी लेंगे कि ये भिक्षुक रात्रि में कहां सोते हैं? यदि ये सड़क पर कहीं सोते हैं तो इनको तत्काल रैन बसेरों में सोने की व्यवस्था की जाए। रैन बसेरों में गर्म कपड़े, कंबल आदि की व्यवस्था के साथ निशुल्क खाने की व्यवस्था कराई जाए। इनका मेडिकल चेक अप रैन बसेरे या अस्पताल में कराया जाए। ठंड से बचाव हेतु आवश्यकता अनुसार अलाव की व्यवस्था कराई जाए। सभी एसडीएम व तहसीलदार उनके नगरीय निकाय में शाम को ही निरीक्षण कर देखेंगे कि रैन बसेरों में भोजन और शयन की उम्दा व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। ऐसे भिक्षुक जो मानसिक रूप से अस्वस्थ नजर आएं, उन पर विशेष ध्यान दिया जाए।
पिलाई दो बूंद जिंदगी की
सेंधवा। तीन दिवसीय पल्स पोलियो अभियान के तहत शहर और अंचल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जीरो से पांच साल तक के बच्चों को पोलियो की पिलाई। सिविल अस्पताल बीएमओ डॉ. ओएस कनेल ने बच्चें को दवा पिलाकर अभियान की शुरुआत की। बीएमओ डॉ. कनेल ने बताया कि शहर व अंचल में 400 से अधिक बूथ पर 35 से अधिक ट्रांजिट टीमों के माध्यम से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा पोलियों दवा पिलाई गई। पहले दिन बूथ के माध्यम से दवा पिलाई गई। वहीं अगले दो दिन स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिलाएंगे। डॉ. कनेल ने बताया कि पूरे विकासखंड में 65 हजार बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य है।