जैविक खेती के नाम पर एक और किसान से ऐंठे 7 लाख

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जिले में जालसाजों के जाल में फंसकर लोग अपनी जमा-पूंजी गंवा रहे हैं। सप्ताह भर पहले आधा दर्जन से अधिक किसानों से 10 लाख से अधिक की ठगी करने वाली फर्जी कंपनी ने एक और किसान को अपना शिकार बनाया है। गुरुवार देर शाम पीडि़त किसान ने कोतवाली स्थित साइबर नोडल शाखा में शिकायत दर्ज कराई है। वारासिवनी निवासी प्रशांत बिसेन भी उसी कंपनी की ठगी का शिकार हुआ है, जो किसानों को जैविक खेती करने, उन्नत किस्म के पौधे लगाकर आमदनी बढ़ाने और कंपनी का एजेंट बनने का सपना दिखाती थी।
ग्लोबल वॉर्मिंग सॉल्युशन नामक कंपनी ने जिले के अब तक 9 किसानों को अपने झांसे में लेकर करीब 12 लाख रुपए की ठगी की है। पीडि़त किसान बैहर, कटंगी, लामता और वारासिवनी क्षेत्र के हैं। पीडि़तों के मुताबिक, ये कंपनी जैविक खेती के उत्पाद, कृषि उत्पाद और पौधे बेचने का काम करती है। कंपनी के अधिकारियों ने प्रशांत बिसेन को बताया कि वह उन्हें जैविक खेती के लिए खाद, बीज और उन्नत किस्म के पौधे उपलब्ध कराएंगे, जिसकी मदद से अच्छी आमदनी होगी। यदि वह कंपनी की फ्रेंचाइजी लेते हैं, तो उसे बड़े स्तर पर काम करने का मौका मिलेगा। उसे प्रति माह 36 हजार रुपए प्रति माह का वेतन भी दिया जाएगा। इसके लिए कंपनी ने उन्हें पहले एडवांस राशि देने कहा।
साइबर नोडल शाखा में पदस्थ आरक्षक मेघा तिवारी ने बताया कि लुभावने झांसे में फंसकर पीडि़त प्रशांत बिसेन ने कंपनी को डेढ़ लाख रुपए ऑनलाइन पेमेंट के जरिए और साढ़े पांच लाख नगद दे दिए। पीडि़त ने पुलिस को पैसों के लेनदेन संबंधी साक्ष्य भी पेश किए हैं। प्रशांत की शिकायत पर साइबर नोडल शाखा ने जांच में पाया कि यह वही कंपनी है, जिसके झांसे में आकर सप्ताह भर पहले आधा दर्जन से अधिक किसानों ने लाखों रुपए गंवाए थे।
इस संबंध में कोतवाली थाना प्रभारी कमल सिंह गेहलोत ने बताया कि धोखाधड़ी करने वालों ने बैहर रोड में अपना ऑफिस बना रखा था। ठगों ने किसानों को अपना टारगेट बनाया और गांव-गांव जाकर किसानों को अपनी कंपनी की स्कीम बताई। जो किसान उनके झांसे में आए उन्होंने नगद या ऑनलाइन पेमेंट कर दिया और ठगी का शिकार हो गए। जब पीडि़तों ने कंपनी के एड्रेस या अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया तो उनका किसी से संपर्क नहीं हो सका।

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