रांची : कांग्रेस नेता सुबोध कांत सहाय ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कर्नाटक और मध्य प्रदेश में विधायकों को पैसे का लालच देकर जिस तरह से सरकार गिराई उसी तरह से वह झारखंड में भी सरकार गिराने की कोशिश कर रही है। रांची पुलिस ने झारखंड सरकार को कथित रूप से गिराने की साजिश रचने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि ‘भाजपा ने करोड़ों रुपए बांटकर कर्नाटक एवं मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरा दिया।’
सहाय का आरोप-बड़ी रकम का पेशकश कर रही भाजपा
सहाय ने कहा, ‘हम मामले की जांच कर रहे हैं। इस साजिश में भाजपा की संलिप्तता से विधायकों ने इंकार नहीं किया है। झारखंड की हार भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को स्वीकार नहीं थी। हमारे विधायकों को उन्होंने तीन बार पैसे देने की कोशिश की। यह भी सही है कि वे छोटी रकम की बात नहीं करते, विधायकों को करोड़ों रुपए की पेशकश की जाती है। क्या आरबीआई के सभी नोट्स उन्हीं के पास हैं?’
कांग्रेस विधायक का आरोप-मंत्री बनाने का ऑफर मिला
कांग्रेस के विधायक नमन बिक्सल कोंगारी का दावा है कि उन्हें मंत्री पद और करोड़ों रुपए की पेशकश की गई लेकिन उन्होंने इस ऑफर को ठुकरा दिया। नमन का कहना है कि उन्होंने इस पेशकश की जानकारी मुख्यमंत्री को दी। इसके पहले रांची पुलिस ने झारखंड सरकार गिराने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया। विधायक कुमार जयमंगल ने पुलिस में दर्ज अपनी शिकायत में आशंका जताई है कि झारखंड की हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली सरकार को अस्थिर किया जा सकता है।
झारखंड 2019 में हुए थे विस चुनाव
प्रदेश की 81 सदस्यीय विधानसभा में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले झामुमो के 30 विधायक हैं जबकि कांग्रेस के 16, जेवीएमपी के तीन, राष्ट्रीय जनता दल के एक और चार निर्दलीय विधायक हैं जबकि भाजपा के 25 सदस्य हैं। झामुमो, कांग्रेस और राजद के तीन दलीय गठबंधन ने 47 सीटें जीती हैं जो विधानसभा में बहुमत के लिये जरूरी आंकड़े से छह ज्यादा है। प्रदेश में विधानसभा के लिये 30 नवंबर 2019 से 20 दिसंबर 2019 के बीच चुनाव हुए थे।