नगर के नवीन प्राथमिक शाला में बारिश की वजह से स्वसहायता समूह की महिलाओं को विद्यार्थियों के लिये खाना बनाने में काफी परेशानी हो रही। वर्तमान समय में हो रही बारिश की वजह से उन्हे टपकते छत के नीचे खाना बनाना पड़ रहा है। स्कूल में करीब कक्षा १ से लेकर कक्षा ५ वी तक करीब ६० विद्याथी अध्यनरत है। वर्तमान समय में बारिश का मौसम प्रारंभ हुआ है ऐसे में आगामी समय में जब बारिश अपने पूरे जोर पर होगी तो क्या होगा।
फोटो यशवंत इमारत काफी जर्जर अवस्था में है -श्रीमती यशवंत सोनवाने इस संबंध में पदम्मेश को जानकारी देते हुये स्वसहायता समूह की सदस्य श्रीमती यशवंत सोनवाने बताया कि यह इमारत काफी जर्जर अवस्था में है। ऐसे में हम जब बच्चो के लिये बारिश के समय खाना बनाते है तो पूरा पानी गैस में गिरता है। फिर भी हम लोग बच्चो के लिये खाना बनाते है। ताकि बच्चे भूखे न रहे। हम चाहते है कि स्कूल का नवनिर्माण होना चाहिये। बीते ३ वर्ष से हम लोग बारिश के दौरान इस समस्या से जूझ रहे है। स्कूल की इमारत काफी जर्जर है जो कभी भी गिर सकती है। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से स्कूल का निर्माण होना चाहिये।
बारिश के दौरान भींगते हुये बनाते है भोजन – रानी रामटेके इसी तरह स्वसहायता समूह की सदस्य श्रीमती रानी रामटेके ने पदम्मेश को बताया कि जब जब पानी गिरता है तो बच्चे एक साथ दूसरे कक्ष में बैठते है। कमरो से पानी टपक रहा है। फिलहाल मध्यम बारिश का यह दौर है अगर भारी बारिश हुई तो फिर क्या होगा। श्रीमती रामटेके ने बताया कि हमारे रसोई घर में भी काफी पानी गिरता है। ऐसे में हम लोगो को भींगते हुये खाना बनाना पड़ता है। हम चाहते है कि इस समस्या का स्कूल विभाग समाधान करे।
इनका कहना है – इस मामले में दूरभाष पर चर्चा करते हुये ब्लॉक स्त्रोत समन्वयक वारासिवनी सतेन्द्र शरणागत ने बताया कि अगर इस तरह की समस्या हो रही है तो में स्वयं जाकर देख लेता हूॅ। जो प्रयास मेरे स्तर पर किया जा सकता है वो में करूंगा। साथ ही अपने वरिष्ठ अधिकारियो को भी इस बात से पत्राचार के माध्यम से अवगत कराऊंगा।