दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा बालाघाट को महाराष्ट्र राज्य से जोड़ने के लिए बीते दिनों से चलाई जा रही बलहरशाह गोंदिया ट्रेन का संचालन बालाघाट से आगे कटंगी तक किया जा रहा था। जिसे अचानक बिना किसी कारण के 5 अप्रैल से रोक दिया गया। जिसके विरोध में ब्रॉड गेज संघर्ष समिति द्वारा सांसद ढाल सिंह बिसेन के पोस्टर का दहन किया गया।
ब्रॉडगेट संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि वैसे ही बालाघाट जिले से अन्य जिलों को जोड़ने वाली ट्रेनों की संख्या उंगली पर गिनने लायक भी नहीं है। उसके बाद भी बमुश्किल बल्लारशाह ट्रेन को बालाघाट कटंगी तक जोड़ा गया था। यह जिले वासियों के लिए बेहद सुविधाजनक हो रहा था। अचानक इस ट्रेन का संचालन भी बंद कर दिया गया इसका विरोध तो 5 अप्रैल को जताया गया है। अब उनकी मांग है कि यदि निकट भविष्य में ट्रेनों का संचालन सुचारू रूप से नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। यही नहीं ब्रॉड गेज संघर्ष समिति के पदाधिकारियों द्वारा ट्रेन संचालन को लेकर सांसद ढाल सिंह बिसेन पर जमकर गंभीर आरोप लगाए गए।
इस दौरान समाजसेवी त्रिलोकचंद कोचर ने बताया कि वर्ष 2005 में तत्कालीन रेल मंत्री रामविलास पासवान द्वारा ब्रॉडगेज का भूमि पूजन शिलान्यास किया गया था। इस दौरान उम्मीद बंधी थी किस जिले को सीधे बड़ी ट्रेन मिलेगी लेकिन यह दुर्भाग्य की बात है की नैरोगेज की अपेक्षा ब्रॉडगेज परिवर्तन होने पर ट्रेनों की संख्या और अधिक कम कर दी गई।