जयस्तंभ चौक से गर्रा नाके तक सड़क के उन्नयन और डिवाइडर बनाने की योजना एक बार फिर ठंडे में बस्ते में चली गई है। इसकी वजह है गर्रा रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज निर्माण। दरअसल, महीनेभर पहले गर्रा रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज बनने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली थी। पत्रकार वार्ता में विधायक और अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने बताया कि जयस्तंभ चौक से गर्रा नाके तक डिवाइडरयुक्त सड़क बनाने का कार्य कुछ दिनों के लिए टाल दिया गया है। विधायक बिसेन ने कहा कि 8 करोड़ 83 लाख 21 हजार रुपए से डिवाइडर रोड को जो स्वीकृति दी गई थी, उसे कुछ दिनों के लिए कैंसल कर दिया है। क्योंकि, जब गर्रा फाटक पर आरओबी का निर्माण होगा, तो वह पुलिस अधीक्षक बंगले तक हो सकता है। वहीं, दूसरे छोर पर डेंजर रोड या वैनगंगा पुलिया के पास तक निर्माण हो सकता है। ऐसे में डिवाइडर रोड बनने के बाद दोबारा तोड़फोड़ करना पड़ेगा। जिस तरह लोगों ने अभी तक इंतजार किया है, उसी तरह कुछ दिन और इंतजार करना पड़ेगा। आरओबी का पूरा डिजाइन आने के बाद दोबारा डिवाइडर रोड बनाने पर विचार किया जाएगा।
सड़कों का होगा चौड़ीकरण
श्री बिसेन ने कहा कि सेन चौक से लेकर मोक्षधाम तक साढ़े पांच मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण कराया गया है, जिसे आगामी दिनों में मुरुम डालकर 11 मीटर चौड़ा किया जाएगा। इसी तरह डेंजर रोड को भी साढ़े पांच मीटर से 11 मीटर तक चौड़ीकरण किया जाएगा। इसके अलावा वन स्टॉप सेंटर से लेकर पेट्रोल पंप, मोती तालाब चौक तक सीसी रोड बनाई जाएगी। ताकि पानी जमा होने की समस्या न हो। इसके लिए करीब एक करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं। राशि कहीं से भी लाएंगे लेकिन ऐसा काम नहीं कराएंगे, जिसे दोबारा तोड़ना-फोड़ना पड़े। साथ ही गौरव पथ के उन्नयनकरण के लिए एक करोड़ 92 लाख रुपए स्वीकृत कराएं हैं। इस संबंध में मीडिया ने लगातार समस्या से मुझे रूबरू कराया था।