भोपाल । पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों का असर अब माल भाड़े पर पड़ने वाला है। राजधानी के ट्रांसपोर्ट संचालकों ने भाड़े में 20 से 25 प्रतिशत तक बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है। आठ महीने पहले जून-20 में ही माल भाड़ा 20 फीसद बढ़ा था। हालांकि, कुछ ट्रांसपोर्ट संचालक बढ़ा हुआ माल भाड़ा ले रहे हैं। उनका कहना है कि आठ महीने में डीजल पर करीब 10 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में भाड़ा बढ़ाना मजबूरी बन गया है। वर्तमान में भोपाल में सादा पेट्रोल 98 और डीजल 89 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच चुका है। जिस रफ्तार से कीमतें बढ़ रही है, उससे लगता है कि फरवरी में ही सादा पेट्रोल 100 और डीजल 90 रुपये प्रति लीटर के आंकड़े को पार कर लेगा। ईंधन की लगातार बढ़ती कीमतों से हर वर्ग परेशान है और प्रदेश सरकार के आगामी बजट में पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने की आस लगा रहा है।
भोपाल में 700 से ज्यादा ट्रांसपोर्ट कंपनियां
राजधानी में 700 से अधिक ट्रांसपोर्ट कंपनियां हैं, जिनके 10 हजार से ज्यादा ट्रक, ट्रॉले, कंटेनर, डंपर व अन्य लोडिंग वाहन हैं। भोपाल शहर एवं मंडीदीप से हर रोज 400 ट्रक प्रतिदिन भरते व खाली होते हैं।
राजधानी में यहां से आता है सामान
ट्रांसपोर्ट संचालक ठाकुर लाल राजपूत ने बताया कि राजधानी में परचून, कपड़ा, फुटवेयर, लोहा, सीमेंट समेत अन्य सामान आता है। यह माल दिल्ली, पश्चिम बंगाल, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक आदि प्रदेशों से आता है। इसके अलावा सब्जियां व फल उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा आदि राज्यों से आते हैं।
पिछले साल जून से अब तक एक लीटर डीजल पर करीब 10 रुपये बढ़ चुके हैं। इस कारण माल भाड़ा बढ़ाना मजबूरी हो गई है। प्रदेश सरकार यदि आगामी बजट में पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करते हुए कीमतों में राहत देती है, तो 25 फीसद से कम माल भाड़ा बढ़ाया जाएगा। -अशोक मालपानी, अध्यक्ष, भोपाल ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन