वारासिवनी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डोंगरमाली में वहां के सरपंच द्वारा ड्यूटी में तैनात चिकित्सक डॉ विक्रांत शरणागत से अभद्रता करते हुए जान से मारने की धमकी दिए जाने का मामला सामने आया है। इस घटना को लेकर स्वास्थ्य कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया है, स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के नेतृत्व में डोंगरमाली पीएससी में कार्यरत चिकित्सक एवं स्टाफ द्वारा जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर एसपी एवं सीएमएचओ को ज्ञापन सौंपकर सरपंच के विरुद्ध मामला कायम कर गिरफ्तार किए जाने की मांग की।
सीएमएचओ कार्यालय पहुंचे पीएससी डोंगरमाली के प्रभारी डॉ विक्रांत शरणागत ने बताया कि 28 सितंबर को दोपहर 1:00 बजे पूरा स्टाफ मौजूद था उसी दौरान वहां कोविड वैक्सीन का तीसरा डोज लोगों को लगवाना था सभी लोग अपना कार्य कर रहे थे। कुछ दिनों से अस्पताल में गार्डन का निर्माण पंचायत स्तर पर हो रहा था लेकिन वहां अस्पताल परिसर में नर्स के घर के पास शराब का लोगों द्वारा सेवन किया जाता है उसका विरोध करने पर सरपंच मनोज लिल्हारे अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे। हमारे द्वारा कहा गया अगर आपको कोई परेशानी है तो उसे वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाकर समस्या का समाधान करेंगे। उस दौरान मौजूद खंड चिकित्सा अधिकारी के सामने ही सरपंच द्वारा अभद्रता पूर्वक व्यवहार करते हुए गालियां दी गई, धक्का दिया गया तथा जान से मारने की धमकी दी गई। यह सब ग्रामीण जनता के सामने किया गया, नर्स पर पैसे लेने का झूठा आरोप लगाया गया और राजनीतिक पहुंच के चलते इसे पैसे लेने जैसा मामला बना दिया गया। हमारे द्वारा इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को देकर आवश्यक कार्यवाही की मांग की गई है।
वहीं इस दौरान मौजूद स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष के के पांडे ने बताया कि डोंगरमाली में घटित घटनाक्रम को लेकर स्वास्थ्य कर्मचारी संघ घोर विरोध करता है। कलेक्टर एसपी और सीएमएचओ से मिलने जा रहे हैं, हमारी एक सूत्रीय मांग है सरपंच को तत्काल गिरफ्तार कर न्याय दिलाया जाए। न्याय नहीं मिला तो पूरे जिले की स्वास्थ्य सेवाएं बाधित कर दी जाएगी।