तमिलनाडु में मट्टू पोंगल के दिन मदुरै के तीन गांवों में रविवार को जल्लीकट्टू शुरू हो गया। इसके साथ ही जल्लीकट्टू के दौरान 19 लोग घायल हो गए। 11 लोगों को इलाज के लिए मदुरै के सरकारी राजाजी अस्पताल भेजा गया है।
जल्लीकट्टू को एरु थझुवुथल और मनकुविरत्तु के नाम से भी जाना जाता है। यह खेल पोंगल त्योहार का एक हिस्सा है। रविवार को जल्लीकट्टू मदुरै के अवनियापुरम में हो रहा है। सोमवार को पलामेडु में और मंगलवार को अलंगनल्लूर में होगा।
यह एक ऐसा खेल है जिसमें भीड़ के बीच एक सांड को छोड़ दिया जाता है। इस खेल में हिस्सा लेने वाले लोगों को सांड को पकड़कर उसे कंट्रोल करना होता है। जब तक वे उसका कूबड़ पकड़कर कर सकते हैं।
कलेक्टर बोले- तीन लेवल पर सुरक्षा दी गई है
मदुरै के कलेक्टर अनीश शेखर ने कहा- “अवनियापुरम में जल्लीकट्टू के सुचारू संचालन के लिए सभी व्यवस्थाएं की हैं। सांडों के साथ-साथ खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना। सांड खेल के मैदान के बाहर न जा सकें, इसके लिए 3 लेवल की बैरिकेडिंग लगाई गई है और दर्शक भी सुरक्षित हैं।”
सुप्रीम कोर्ट के नियमों का पालन करेंगे- मदुरै कलेक्टर
जिला कलेक्टर ने कहा, “हम अवनियापुरम में SC के साथ-साथ तमिलनाडु सरकार के सभी नियमों का पालन करेंगे। हाईकोर्ट का निर्देश है कि खेल में केवल 25 खिलाड़ी (एक समय में) खेलेंगे। हम 300 खिलाड़ियों और उससे अधिक की उम्मीद कर रहे हैं। इस बार 800 खिलाड़ी भाग लेंगे।”