काबुल: अफगानिस्तान में मंगलवार को 14 मेंबर के डेलीगेशन को कतर जाने से रोक दिया गया। अफगानिस्तान फ्यूचर थॉट फोरम की बैठक में भाग लेने के लिए ये डेलीगेशन दोहा जा रहा था। आखिरी वक्त में इनको जहाज से उतार दिया गया। इस 14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में दो महिलाएं भी शामिल थीं। बताया गया है कि महिलाओं की मौजूदगी और अफगान तालिबान में दोफाड़ होना इसकी वजह बना है। इस घटना ने हक्कानी नेटवर्क और तालिबान सरकार के हेड हिबतुल्लाह अखुंदजादा धड़े के बीच लड़ाई को खुलकर सामने ला दिया है। इससे साफ है तालिबान के बीच आपसी लड़ाई तेज होती जा रही है।
अमू टीवी के मुताबिक, अफगानिस्तान फ्यूचर थॉट फोरम की बैठक में जा रहे लोगों को रोकने की घटना मंगलवार को काबुल एयरपोर्ट पर हुई है। डेलीगेशन के कुछ सदस्य तो विमान में सवार भी हो चुके थे। इनको फ्लाईदुबई के विमान से खींचकर उतारा गया। कुछ लोगों को एयर अरेबिया की फ्लाइट लेनी थी, जिनको विमान में चढ़ने से ठीक पहले रोका गया। अफगानिस्तान से सिर्फ जफर महदवी ही दोहा पहुंचे है।
तालिबान के बीच छिड़ेगी लड़ाई
इस डेलीगेशन रोके जाने के पीछे दो अहम वजह मानी जा रही हैं। इसमें पहला कारण डेलीगेशन में महिलाओं की उपस्थिति और दूसरा कारण हक्कानी नेटवर्क और हिबतुल्लाह अखुंदजादा गुट के बीच बढ़ता हुआ शक्ति संघर्ष है। काबुल एयरनेशनल एयरपोर्ट का नियंत्रण हाल ही में अखुंदजादा से जुड़े तालिबान बलों ने संभाला है। इन्हीं लोगों ने इस प्रतिनिधिमंडल को जाने से रोका है। इससे दोनों पक्षों में आने वाले समय में संघर्ष बढ़ने की संभावना है। इस घटना से अफगानिस्तान के भविष्य को लेकर चिंता बढ़ गई है।