असत्य पर सत्य की जीत और अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक विजयदशमी पर्व 05अक्टूबर को जिला मुख्यालय सहित अन्य ग्रामीण अंचलों में धार्मिक परंपराओं के अनुसार मनाया जाएगा ।जहां अहंकार रूपी रावण का प्रभु श्री राम द्वारा वध कर दहन किया जाएगा। इस समारोह को लेकर नगर सहित पुरे जिले में तैयारी शुरू हो चुकी है. वही नगर में भी इस पर्व क़ो हर्षोल्लास के साथ मनाने को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है.इस दशहरा मे पिछले 3 महीनों से मंदिर में सेवा दे रहे विक्रम त्रिवेदी इस वर्ष हनुमान जी का चोला धारण करेंगे.जिसको लेकर सोमवार को सेवक विक्रम त्रिवेदी द्वारा भगवान हनुमान की विशेष पूजा अर्चना कर, श्री राम मंदिर में मुकुट और घट की स्थापना की गई. वही उन्होंने नए व पुराने राम मंदिर में भगवान को चोला चढ़ाकर भगवान हनुमान जी की विशेष आराधना की.बताया जा रहा है की इस वर्ष 5अक्टूबर को दशहरा पर्व पर शाम 5 बजे नये श्रीराम मंदिर से भगवान श्रीराम, भ्राता लक्ष्मण और हनुमान की झांकी स्वरूप भव्य रूप से शोभायात्रा निकाली जायेगी। जो सर्किट हाउस मार्ग से ही रावण दहन स्थल उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पहुंचेगी। जहां प्रतिकात्मक रूप से अहंकार रूपी रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले का दहन किया जाएगा ।
पानीपत की तर्ज पर निकला जाएगा चल समारोह
निभाई जाएगी 58 वर्षों से चली आ रही परम्परा
रावण दहन के पूर्व नगर में प्रतिवर्ष भव्य रूप से आयोजित होने वाले चल समारोह के आयोजन की तैयारी शुरू हो चुकी है.जहाँ हर साल की तरह इस साल भी राम लखन,बाल हनुमान की शोभायात्रा नए राम मंदिर से भव्य रूप से निकाली जाएगी जो रावण दहन स्थल पर पहुंचकर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के रूपी पुतले का दहन करेगी. आपको बताएं कि करीब 58 वर्षों से प्रतिवर्ष नगर में में दशहरा का पर्व पानीपत हरियाणा के दशहरा उत्सव की तर्ज पर मनाया जाता था. दशहरा पर्व पर भगवान श्रीराम की शोभायात्रा के साथ उनके भक्त हनुमान के स्वरूप में बालाघाट दशहरा चल समारोह में 40 किलो का मुकुट धारण कर निकलने वाले महावीर का जोश लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है । हर वर्ष जिले मुख्यालय के दशहरा आयोजन को देखने हजारों लोग पहुंचते है , जिसका नजारा भी इस वर्ष देखने क़ो मिलेगा.