मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) को राममंदिर के लिए पूर्व में जुटाए गए चंदे का हिसाब देने के लिए बाध्य करने का आग्रह किया है. सिंह ने खुद एक लाख 11 हजार 111 रुपये का चेक श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को भेजा है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि विहिप द्वारा 15 जनवरी, 2021 से अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण के लिए 44 दिनों के राष्ट्रव्यापी चंदा अभियान की शुरुआत की गई है. इसके पहले से भी भगवान राम के मंदिर निर्माण के लिए अनेक ज्ञात अज्ञात लोगों द्वारा देश के अनेक स्थानों पर चंदा एकत्रित करने का कार्य प्रारंभ किया जा चुका है. उन्होंने कहा, “भगवान राम, भारत सहित विश्व में कहीं भी रहने वाले प्रत्येक सनातनधर्मी की आस्था के केंद्र हैं सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद हम सब अयोध्या में शीघ्र ही भव्य राममंदिर देखना चाहते हैं.” पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने धर्म को निजी आस्था का विषय बताते हुए लिखा है कि “मध्यप्रदेश के राघौगढ़ में मेरे घर में 400 वर्षो से भगवान राम (राघौजी महाराज) का मंदिर है, जहां प्रतिदिन उनकी सेवा होती है. राम मेरे रक्त के कण-कण में मौजूद होने के बावजूद मैंने उनके नाम को अपनी राजनीति में कभी मिश्रित नहीं किया.”
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है, “मैं आपको यह भी अवगत कराना चाहता हूं कि कुछ संगठन बहुत बड़े पैमाने पर लाठी, बल्लम, तलवारें लेकर मंदिर निर्माण के लिए चंदा वसूल कर रहे हैं. सांप्रदायिक भावना भड़काने में लगे हैं. मध्यप्रदेश में इसकी वजह से तीन अप्रिय घटनाएं हो चुकी हैं तथा इससे सामाजिक ताने-बाने को क्षति हुई है.”
पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा है, “आप देश के प्रधानमंत्री है. आप भलीभांति जानते हैं कि राममंदिर के निर्माण कार्य में अन्य धर्म के लोगों का कोई विरोध नहीं है. यह आपकी जिम्मेदारी है कि भगवान राम के मंदिर निर्माण के नाम पर चंदा एकत्रित करने का जो कार्य हो रहा है, वह सौहार्दपूर्ण वातावरण में हो. आप ऐसे संगठनों को मंदिर निर्माण का चंदा एकत्रित करने से तत्काल रोकें, जो अन्य धर्म के लोगों के खिलाफ नारेबाजी करके हथियारों को लेकर चंदा एकत्रित कर रहे हैं. देश की सभी राज्य सरकारों को भी यह निर्देश दें कि वे इस तरह की अप्रिय घटनाओं को अपने राज्य में होने से रोकें.”
“पूर्व में राममंदिर निर्माण के लिए हुए चंदा संग्रह का जिक्र करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा है कि पूर्व में भी विहिप द्वारा राममंदिर के नाम से चंदा एकत्रित किया गया था. मैं आपसे यह भी अनुरोध करूंगा कि आप विश्व हिंदू परिषद को पूर्व में एकत्रित किए गए चंदे का लेखा-जोखा आम जनता के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए बाध्य करें.”