वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत नरोड़ी के लुकूटोला और नारवांजपार के मध्य जंगल में स्थित तालाब के ऊपर खेत में 30 जनवरी की दोपहर में दिनदहाड़े बाघ ने गाय का शिकार दिया। जिसकी सूचना दोपहर करीब 3:00 बजे ग्रामीणों को लगी तो उन्होंने मौके पर जाकर देखा तो खेत में नमी होने के कारण स्पष्ट बाघ के पंजे देखे गए जिसकी खबर आग की तरह पूरे गांव में फैल गई। जिसके साथ पुनः गांव में बाघ की दहशत व्याप्त हो गई जिसमें वन विभाग के द्वारा मौके पर पहुंचकर कार्यवाही की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नरोडी के लुकूटोला नारवांजपार के बीच में घना जंगल है जिसके बीच में तालाब के ऊपर लोगों के खेत लगे हुए हैं जहां पर बाघ के द्वारा लुकूटोला निवासी मुन्नालाल पुषाम की गाय का शिकार किया गया है। जिसे उसने सुबह चरने के लिए छोड़ा था जो चारा चर रही थी इस दौरान बाघ के द्वारा सुबह करीब 11 गाय का शिकार किये जाने की बात कही जा रही है। जिसे ग्रामीणों ने 3 बजे देखा और इसकी जानकारी उनके द्वारा वन विभाग सहित ग्रामीणों को दी गई जिसके बाद से ग्रामीणों में और ज्यादा दहशत व्याप्त हो गई की बाघ अभी भी उनके ग्राम के आसपास ही घूम रहा है। कुछ दिनों पूर्व करियाटोला से नारवांजपार मार्ग पर बाघ के द्वारा एक जंगली सूअर का शिकार किया गया था उसके बाद यह दूसरा शिकार है ऐसे में ग्रामीण पहले से ज्यादा डरे हुए हैं। इस दौरान शिकार की सूचना मिलते ही मौके पर जाने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लग गई जिन्हें मौके पर पहुंचे वन विभाग के अमले के द्वारा काबू में कर मामले में पंचनामा कार्यवाही की गई।
इनका कहना है
डिप्टी रेंजर सुरेंद्र चिचखेड़े ने दूरभाष पर चर्चा में पद्मेश को जानकारी देते हुए बताया कि पद मार्ग को देखकर संभावना बाघ की लगाई जा रही है जिसने मुन्नालाल पुषाम की गाय का शिकार कर लिया है। उक्त मामले में आवश्यक पंचनामा कार्यवाही कर कौन सा हिंसक वन्य प्राणी है इसकी जानकारी स्पष्ट करने के लिए कैमरे लगाये जा रहे हैं।