17 मार्च को पद्मेश न्यूज़ ने जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर बैहर तहसील के अंतर्गत दूरस्थ वनांचल क्षेत्र में बसे परेशानियों से भरे दुगलई गांव की खबर को प्रमुखता से दिखाया था। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और 19 मार्च को जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी सहित बिजली वितरण कंपनी के अधिकारी गांव पहुंचे और ग्रामीणों से चर्चा की।
हालांकि 17 मार्च को ही पद्मेश न्यूज़ से चर्चा के दौरान जिला पंचायत के सीईओ उमा माहेश्वरी ने हमें आश्वासन दे दिया था कि जल्द से जल्द दुगलई गांव में जिला पंचायत के टीम भेजी जाएगी और शासन की योजनाओं का ग्रामीणों को लाभ दिलाया जाएगा।
इसी कड़ी में 19 मार्च को जिला पंचायत के पंचायत प्रकोष्ठ परियोजना अधिकारी निशांत कोल अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ दुगलई पहुंचे जहां उन्होंने ग्रामीणों से वन टू वन चर्चा की और उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया।
दूसरी ओर राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे के निर्देश के बाद बिजली वितरण कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों की टीम दुगलई पहुंची जहां उन्होंने गांव में बिजली बंद होने की शिकायत पर मरम्मत का काम शुरू कर किया। जानकारी यही मिल रही है कि आगामी 2 से 3 दिन के भीतर दोबारा दुगलई में बिजली व्यवस्था बहाल हो जाएगी।
इस सबके बीच जिला पंचायत और बिजली वितरण कंपनी के अधिकारी कर्मचारियों के साथ परेशानी यही रही कि दुगलई पहुंचे, तक इन सभी के पसीने छूट गए। जैसा कि हमने 17 मार्च को ही खबर में दिखाया था कि कच्चा रास्ता उस पर ऊबड़खाबड़ पहाड़ी और पगडंडी से होते हुए दुगलई पहुंचा जाता है।
इसी रास्ते से जब प्रशासनिक अधिकारी कुछ दूर तक अपने चौपहिया वाहन और उसके बाद मोटरसाइकिल से दुगलई पहुंचने की योजना बनाई तो उसमें से आधा शासकीय अमला आधे रास्ते में ही रुक गया। जो पहुंचे उन्होंने रिपोर्ट तैयार की और वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपने की तैयारी की जा रही है।