गरीबो की थाली में सड़े हुए गेंहू

0

शासकीय उचित मूल्य की राशन दुकानों से गरीबों की थाली में एक रुपये किलो की दर से पहुंचाए जाने वाले शासकीय राशन को लेकर जिम्मेदारो पर लगातार सवाल उठ रहे है। जहा राशन दुकानों के माध्यम से चावल के बाद सड़े हुए गेंहू को गरीबो की थाली मे पहुचाने का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है।जिसका संज्ञान लेते हुए  कलेक्टर दीपक आर्य ने जिले को आवंटित हुई खराब गेंहू की नई रेक के वितरण पर रोक लगा दी गई है।

वही जिले को प्राप्त हुए अमानक गेंहू की जानकारी शाशन को भेजकर इस मामले की जांच कराई जा रही है। आपको बताए कि पिछले दिनों राशन दुकानों से एक रुपए किलो का सड़ा हुआ चावल गरीबों की थाली में पहुंचाए जाने के बाद सड़े हुए गेहूं की दो खेप बालाघाट  पहुंचा दी गई थी जिसमे पहली खेप दिसम्बर माह में 26 हजार क्विंटल सड़ा हुआ गेंहू बालाघाट पहुँचाया गया था।

जिससे राशन दुकानों के माध्यम से आदिवासी क्षेत्रों में बाट दिया गया। जिसकी जांच अभी शुरू भी नही हो पाई थी कि 11 जनवरी  सोमवार की सुबह एक और रैक बालाघाट रेलवे स्टेशन पर पहुंची जहा  42 बोगियों में 52 हजार बोरियों में सड़ा घुन लगा गेहूं आया है। इसकी जानकारी मिलने के बाद नागरिक आपूर्ति विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर पंचनामा कार्रवाई को पूर्ण कर गेहूं को गोदाम तक पहुंचाने की कार्रवाई की है। जिले को प्राप्त हुई खराब गेंहू की इस खेप के वितरण को कलेक्टर दीपक आर्य द्वारा रोक लगा दी गई है।साथ ही इसकी तमाम जानकारी से शाशन को अवगत कराया गया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here