जर्मनी, इटली और अमेरिका के बाद दुनिया का पांचवां सबसे लंबा हाई स्पीड ट्रैक (HST) इंदौर के पास पीथमपुर के नेटरेक्स में बनकर तैयार हो गया है। यह 11.30 किमी लंबा, 16 मीटर चौड़ा और 4 लेन वाला ओवल शेप एशिया का सबसे लंबा ट्रैक है। मोड़ पर 308 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हो सकती है, जबकि सीधी लेन पर कोई लिमिट नहीं है। ट्रैक को बनाने में 512 करोड़ रुपए लगे हैं।
केंद्रीय भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को इसका वर्चुअल उद्घाटन किया और इसे PM नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत विजन की दिशा में बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा कि इस ट्रैक के बनने के बाद भारत में बनने वाली सुपर कार और विदेशों में भी कार बनाने वाली कंपनियां भारतीय परिस्थितियों में सुपर कार की टेस्टिंग के लिए इस ट्रैक को अपनाएंगी। इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी उपस्थित थे।
ट्रैक की खूबियां
यह 11.30 किमी लंबा, 16 मीटर चौड़ा और चार लेन वाला ओवल शेप एशिया का सबसे लंबा ट्रैक है। इससे हाई एंड कैटेगरी की कार BMW, मर्सिडीज, ऑडी, फरारी, लेम्बोर्गिनी, टेस्ला आदि की अधिकतम स्पीड की टेस्टिंग की जा सकती है। नेटरेक्स के ओवल शेप बने इस ट्रैक की सामान्य स्पीड 250 किमी प्रति घंटे टेस्टिंग की है। कर्व पर अधिकतम स्पीड 308 किमी प्रति घंटे की हो सकती है। वहीं, स्ट्रेट लाइन पर इसकी अधिकतम स्पीड की कोई लिमिट नहीं है। हाल ही में लेंबार्गिनी कार द्वारा इस ट्रैक की टेस्टिंग की गई थी, जिसकी कर्व पर 308 किमी प्रति घंटे की स्पीड रही थी।
512 करोड़ में हुआ तैयार, कई विदेशी ग्राहकों ने दिखाई रुचि
सेंटर हेड एन. करियप्पा ने बताया कि यह सेंटर तीन साल में 512 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है। यह ट्रैक फॉर्मूला कार रेसिंग के लिए नहीं है, लेकिन सुपर कार रेसिंग के लिए है। यहां कंपनियां टेस्टिंग के साथ ही अपने इवेंट आयोजन जैसे कार लांच, सुपर कार रेसिंग, डीलर इवेंट आदि के लिए उपयोग कर सकती हैं। इस ट्रैक पर टेस्टिंग के लिए वाक्सवैगन, लेंबार्गिनी, प्यूगियोट, एफसीए (स्टेलएंटिस), रेनॉल्ट आदि ने रुचि दिखाई है। इसमें 100 इंजीनियर लगे और करीब 500 लोगों की दिन-रात की मेहनत का यह नतीजा है।
फॉर्मूला कार के लिए नहीं है
करुपय्या ने बताया कि यह ट्रैक फॉर्मूला कार रेसिंग के लिए नहीं है, लेकिन सुपर कार रेसिंग के लिए है। यहां कंपनियां टेस्टिंग के साथ ही अपने इवेंट आयोजन जैसे कार लांच, सुपर कार रेसिंग, डीलर इवेंट आदि के लिए उपयोग कर सकती हैं। इस ट्रैक को तैयार करने से पहले एक मीटर से ज्यादा की गहराई में जाकर कई तरह की सीमेंट, कांक्रीट आदि की पर्तें बिछाई गई हैं, क्योेंकि यह ट्रैक बार-बार रिपेयर नहीं होते हैं, काली मिट्टी के कारण इसे गहराई में जाकर कई पर्तें बिछाकर बनाया गया है इससे यह लंबे समय तक चलेगा।
पीथमपुर में 30 हजार करोड़ हर साल का ऑटो सेक्टर का कारोबार
पीथमपुर सेंट्रल इंडिया का सबसे बड़ा ऑटो सेक्टर है। यहां वॉल्वो आयशर, हिंदुस्तान मोटर्स एवटेक, महिंद्रा, फोर्स मोटर्स आदि बड़े ग्रुप के साथ ही 100 से ज्यादा ऐसे प्लांट हैं, जो इन सभी को विविध पार्ट आदि सप्लाई करते हैं। इस सेक्टर में 20 हजार लोग काम करते हैं। हर साल 25 से 30 हजार करोड़ रुपए का यहां का कारोबार होता। पीथमपुर 1984-85 में स्थापित हुआ था।