५ व ६ की दरम्यिानी रात्री वन विभाग व जबलपुर एसटीएफ की सुयॅक्त कार्यवाही में पकड़े गये दुर्लभ वन्य प्राणी पेंगोलियन को उसके सुरक्षित प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया है। हालांकि उसे किस स्थन पर ८ अप्रैल को छोड़ा गया है यह बात वन विभाग ने नही बताई है। गौरतलब है कि मंगेझरी के जंगल से करीब ४ व्यक्तियो के द्वारा इस दुर्लभ प्राणी को बेचने की नियत से ग्राहक की तलाश की जा रही थी। मगर मुखबिर की सूचना पर वन विभाग वारासिवनी व जबलपुर एसटीएफ ने सर्चिग अभियान जलाकर पेंगोलियन के साथ ४ लोगो को पकड़ लिया था मगर अभी भी २ व्यक्ति फरार चल रहे है। साथ ही इस मामले में कुछ और लोग भी शामिल होने की बात कही जा रही है।
काफी दुर्लभ प्रजाति का होता है पेंगोलियन
पद्मेश को अनौपचारिक चर्चा में वन अमले ने बताया कि ८ अप्रैल को पेंगोलिययन का मेडिकल टेस्ट कराकर उसे उसके प्राकृतिक आवास पर छोड़ दिया गया है। पेंगोलियन काफी दुर्लभ प्रजाति का जीव है। जिसकी तस्करी करने की जुगाड़ में जुटे हुये लोगो को हमने पकड़ कर उन्हे न्यायिक हिरासत में उपजेल भेज दिया है। हम इस बात का खुलासा नही कर सकते कि उसे कहां छोड़ा गया है। मगर वो स्वस्थ है जिसका बकायदा मेडिकल कराया गया है और उसे ८ अप्रैल की शाम को उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया है।
इन्हे बनाया गया आरोपी
उक्त प्रकरण में वन विभाग के द्वारा जिवित पेंगोलिन के साथ यशलाल पिता हुकूमचंद कटरे उम ३७ वर्ष निवासी बलिपाठ टोला मंगेझरी थाना वारासिवनी,राजेश पिता बाबुलाल मर्सकोले उम्र ४१ वर्ष निवासी बलिपाठ मंगेझरी थाना वारासिवनी, अंतराम पिता रामदास बहेटवार उम्र ३५ वर्ष निवासी छोटी कुम्हारी थाना बालाघाट, दिव्यांशु पिता उदेलाल झारिया उम्र ३० वर्ष निवासी सरेखा थाना बालाघाट को गिरफ्तार किया गया था। वही दो आरोपी फरार चल रहा है वही अन्य आरोपी भी इसमे शामिल है।
सरगर्मी से की जा रही फरार आरोपियो की तलाश – हर्षित
पद्मेश को जानकारी देते हुये वन परिक्षेत्राधिकारी हर्षित सक्सेना ने दूरभाष पर बताया कि हमारे द्वारा दुर्लभ प्राणी जीव पेंगोलियन को उचित उसके प्राकृतिक आवास पर ८ अप्रैल को छोड़ा गया है। हमारे वन अमले की मुस्तैदी की वजह से हमने ४ आरोपियों को गिरफतार किया है वही दो आरोपी अभी भी फरार है जिनकी पतासाजी करने में हमारा हमला जुटा हुआ है। शीघ्र ही हम उन्हे धर दबोचेंगे। साथ ही उनसे पूछताछ में अगर कुछ और नाम सामने आते है तो उन्हे भी इस मामले में अपराधी बनाया जायेगा।