नगर के वार्ड नंबर 1 महामाया बौद्ध विहार में रविवार कि सुबह दूसरा विवाह कर रहे सुनील भौतेकर की पहली पत्नी पहुच गयी। जिनका मामला न्यायालय में विचाराधीन है जिसके बाद दोनों पक्षों में भारी विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। जिसमें पुलिस के द्वारा दोनों पक्षों को थाने में लाकर मामले में जांच की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार किरनापुर के बेलगाँव निवासी सुनील भौतेकर जो एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड भारत सरकार विद्युत मंत्रालय के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम की संयुक्त उद्यम कंपनी में वरिष्ठ अभियंता के पद पर नोएडा उत्तर प्रदेश में कार्यरत है। उनका विवाह 29 नवंबर 2020 को ग्राम कोसमी के वार्ड नं 2 बालाघाट निवासी रूपा भौतेकर से सामाजिक रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुआ था। जिनकी एक छोटी सी बच्ची है जिसके कुछ दिनों बाद ही दोनों के बीच में विवाद हुआ। जिस पर रूपा भौतेकर के द्वारा सुनील भौतेकर पर दहेज प्रताड़ना एवं घरेलू हिंसा का आरोप लगाते हुए थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। जिस पर उक्त पति पत्नी का मामला न्यायालय में चल रहा है। इसी बीच किरनापुर बेलगांव निवासी सुनील भौतेकर के द्वारा 16 अक्टूबर की सुबह वारासिवनी के वार्ड नंबर 1 स्थित महामाया बुद्ध विहार में खैरलांजी के कच्चेखनी निवासी नीतू गड़पायले से विवाह कर रहा था। इसी दौरान रूपा भौतेकर को जानकारी लगी कि उसका पति सुनील भौतेकर वारासिवनी के वार्ड नंबर 1 स्थित महामाया बुध्द विहार दूसरा विवाह कर रहा है। जिस पर वह अपने परिवार के साथ बुद्ध विहार में पहुंची जिसके बाद दोनों के बीच भारी विवाद हो गया। इस दौरान वार्डवासियों के द्वारा बीच-बचाव कर दोनों पक्ष को समझाइश देने का कार्य किया गया परंतु दोनों पक्ष इस दौरान आक्रामक नजर आए जिस पर वार्डवासियों ने इसकी सूचना तत्काल वारासिवनी पुलिस को दे दी। सूचना पर वारासिवनी पुलिस बुध्द विहार में पहुंची और तत्काल शादी कर रहे जोड़े को थाने लेकर आई वहीं दूसरे पक्ष के परिवार के लोगों को थाने पहुंच ने कहा। जहां पर मामले में जांच की जा रही है।
पद्मेश से चर्चा में रूपा भौतेकर ने बताया कि 29 नवंबर 2020 को उनका और सुनील भौतेकर से सामाजिक रीति-रिवाजों के साथ विवाह हुआ था। जिसके बाद इनके द्वारा दहेज के लिए प्रताड़ित कर घरेलू हिंसा भी की गई थी जिसका अपराध थाने में दर्ज कराया था और उस अपराध में न्यायालय में प्रकरण जारी है। उन दोनों की एक छोटी बच्ची भी है। श्रीमती भौतेकर ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि सुनील भौतेकर वारासिवनी के महामाया बुध विहार में विवाह कर रहा है जहां पहुंचकर देखा गया तो वास्तव में सुनील शादी कर रहा था। जिसे रोकने की बात कही गई उनके द्वारा विवाद किया गया और इस दौरान फिर पुलिस के द्वारा थाने में लाया गया है।
चर्चा में विवाह कराने वाले कैलाश मेश्राम ने बताया कि वारासिवनी क्षेत्र में वह और उनके से एक साथी ही केवल सामाजिक विवाह कार्यक्रम करवाते हैं। जिसमें वारा के श्री शेंडे के द्वारा उन्हें बताया गया कि एक विवाह कराना है जिस पर उनके द्वारा पूछा गया कि दोनों लड़का लड़की बालिग है या नहीं तो उक्त व्यक्ति ने उन्हें जानकारी दी कि लड़का और लड़की दोनों का तलाक हो चुका है गंधर्व विवाह लगाना है। श्री मेश्राम ने बताया कि जिस पर वह तैयार हुए और उन्होंने 16 अक्टूबर का समय दिया जिसके अनुसार महामाया बुध्द विहार में विवाह लगाया जा रहा था। वहां पर सुनील भौतेकर की पहली पत्नी आ गई जिसके बाद विवाद बढ़ गया उन्हें इस विषय के बारे में किसी प्रकार की जानकारी नहीं थी।
अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अरविंद श्रीवास्तव ने बताया कि थाने में वार्ड नंबर 1 महामाया बुद्ध विहार में विवाद होने की सूचना आई थी कि वहां पर किरनापुर निवासी सुनील भौतेकर अपना विवाह कर रहे थे। जिस पर पुलिस के द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर विवाद को शांत कराकर शादी कर रहे पक्ष को थाने में लाया गया है और उक्त मामले में जांच की जा रही है।