इस वर्ष सावन, 2 माहीनो का है।जहां सावन का पहला महीना बीत चुका तो वही सावन के दूसरे महीने में सावन की पहली झड़ी देखने को मिल रही है। जिसके तहत जिलेभर में पिछले 2 दिनों से लगातार बारिश हो रही है और 3 जुलाई से बारिश का दौर लगातार जारी है जिसे देखते हुए जिले में मौसम विभाग द्वारा अतिवर्षा का अलर्ट जारी किया गया है। जिससे अभी कुछ दिनो तक बारिश से राहत मिलने के कोई आसार नहीं है। बीते 01 अगस्त से हो रही बारिश का क्रम निरंतर जारी है। 02 अगस्त को दिन में भले ही सावन की बारिश में बूंदाबांदी का असर रहा लेकिन रात और 3 अगस्त को सुबह से ही लगातार बारिश ने जिले को पानी-पानी कर दिया है।वही मौसम विभाग ने बारिश का यह दौर आगामी 24 घंटे तक कुछ इस तरह ही जारी रहने की संभावना व्यक्त की है।
बैहर के ग्राम समरिया में पाटी नाला उफ़ान पर
जिले के लगभग सभी क्षेत्रो में बारिश लगातार होने से नदी-नालों का जलस्तर बढ़ा है। हालांकि अब तक किसी भी जगह से अतिवर्षा के कारण रास्तो के बंद होने की कोई जानकारी नहीं है लेकिन जिले के बैहर क्षेत्र अंतर्गत ग्राम समरिया के पाटी नाला के ऊपर से 5 फिट पानी होने से एक दर्जन से अधिक गांवो का 2 दिनो से मुख्यालय से संपर्क टूट जाने की खबर मिल रही है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है पर बताया जाता है कि समरिया के पाटी नाला में उफान के चलते जैतपुरी-गढ़ी से आने जाने वाले मार्ग बंद हो गया है। वहीं बीते 24 घंटे में जिले में 34 मिमी. वर्षा होने की जानकारी मिली है।
वैनगंगा नदी का भी बढ़ा जल स्तर
लगातार बारिश के कारण आम जनजीवन भी अस्तव्यस्त हो गया हैं। बारिश के चलते कार्यालयो और स्कूलो में कम उपस्थिति देखी गई। वहीं बालाघाट की जीवनदायिनी वैनगंगा नदी में पानी का जलस्तर भी बढ़ गया है। फिलहाल बारिश से किसी जगह से कोई अप्रिय समाचार की खबरे नहीं है लेकिन यदि बारिश अनावरत रूप से जारी रही तो निश्चित ही ग्रामीण और दूरस्थ अंचलो के छोटे पुलो के उफान में आने से रास्तो के बंद होने से इंकार नहीं किया जा सकता। वहीं लगातार बारिश से मौसम भी काफी ठंडा हो गया है। जिससे बरसात में सर्दी जैसा माहौल महसुस किया जा रहा है।
24 घंटे में बिरसा में सबसे ज्यादा और खैरलांजी में सबसे कम वर्षा
कार्यालय अधीक्षक भू अभिलेख बालाघाट से प्राप्त जानकारी के अनुसार 03 अगस्त को प्रातः 8 बजे समाप्त हुए 24 घंटों के दौरान बालाघाट तहसील में 30 मि.मी., वारासिवनी तहसील में 27 मि.मी., बैहर तहसील में 84 मि.मी., लांजी में 25 मि.मी., कटंगी में 10 मि.मी., किरनापुर में 34 मि.मी., खैरलांजी में 05 मि.मी., लालबर्रा में 19 मि.मी., बिरसा में 82 मि.मी., परसवाड़ा में 48 मि.मी. एवं तिरोड़ी तहसील में 12 मि.मी. वर्षा रिकॉर्ड की गई है। इस प्रकार बीते 24 घंटों में बालाघाट जिले में कुल 34 मि.मी. औसत वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
वारासिवनी में सबसे अधिक वर्षा
चालू वर्षा सत्र के दौरान 01 जून से 03 अगस्त तक बालाघाट तहसील में 888 मि.मी., वारासिवनी तहसील में 905 मि.मी., बैहर तहसील में 734 मि.मी., लांजी तहसील में 411 मि.मी., कटंगी तहसील में 348 मि.मी., किरनापुर तहसील में 614 मि.मी., खैरलांजी तहसील में 284 मि.मी., लालबर्रा तहसील में 522 मि.मी., बिरसा तहसील में 433 मि.मी., परसवाड़ा तहसील में 623 मि.मी. एवं तिरोड़ी तहसील में 412 मी.मी. वर्षा रिकॉर्ड की गई है। चालू वर्षा सत्र में सबसे अधिक 905 मी.मी. वर्षा वारासिवनी तहसील में और सबसे कम 284 मि.मी. वर्षा खैरलांजी तहसील में रिकार्ड की गई है।
गत वर्षा का रिकॉर्ड
बालाघाट तहसील में 695 मि.मी., वारासिवनी में 751 मि.मी., बैहर में 608 मि.मी., लांजी में 534 मि.मी., कटंगी में 641 मि.मी., किरनापुर में 540 मि.मी., खैरलांजी में 486 मि.मी., लालबर्रा में 651 मि.मी., बिरसा में 794 मि.मी., परसवाड़ा में 482 मि.मी. एवं तिरोड़ी तहसील में 900 मि.मी. वर्षा रिकॉर्ड की गई थी।
लगातार बारिश के बावजूद बारिश कम
01 जून से प्रारंभ हुए चालू वर्षा सत्र में 03 अगस्त तक बालाघाट जिले में 562 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की गई है। जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 645 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई थी। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1447 मि.मी. है। माह अगस्त में सामान्य रूप से 445 मि.मी. वर्षा होना चाहिए और 01 जून से 03 अगस्त तक 817 मिमी वर्षा होना चाहिए।