दूध उत्पादन की मात्रा और मूल्य दोनों ही स्तर पर वृद्धि होने के कारण देश के डेयरी बाजार वर्ष 2027 तक दोगुना से अधिक बढ़कर 30 लाख करोड़ रुपए तक होने का अनुमान है। एनडीडीबी के अध्यक्ष मीनेश शाह ने यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार असंवेदनशील नहीं है और यह अन्य देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर हस्ताक्षर करते समय आठ करोड़ डेयरी किसानों के हितों की रक्षा करेगी। शाह ने कहा कि भारतीय डेयरी बाजार का आकार वर्ष 2021 में 13 लाख करोड़ रुपए का था और इसके वर्ष 2027 तक 30 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के अध्यक्ष शाह 12-15 सितंबर के दौरान यहां इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित होने वाले इंटरनेशनल डेयरी फेडरेशन वर्ल्ड डेयरी समिट (आईडीएफ डब्ल्यूडीएस) 2022 में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। ब्रिटेन सहित कई देशों के साथ प्रस्तावित एफटीए से डेयरी क्षेत्र पर होने वाले प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा कि लगभग आठ करोड़ किसान डेयरी क्षेत्र से आय सृजित करते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार संवेदनहीन नहीं है और ऐसा कोई निर्णय नहीं लेगी जो भारतीय डेयरी किसानों के लिए नुकसानदायक हो।