दो गांव के विद्यार्थियों को नहीं मिली साइकिल

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एक और शासन द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता को सुधार कर जिले की शैक्षणिक स्तर बढ़ाने की बात कही जा रही है तो वही सरकारी स्कूलों में अध्ययन करने वाले बच्चों को किताब कॉपी ड्रेस सहित आने-जाने के लिए साइकिल वितरण करने का दावा किया जा रहा है। तो वही स्कूल से संबंधित योजनाओं को चलाकर गरीब विद्यार्थियों के पालकों की मदद किए जाने का भी दावा किया जा रहा है। लेकिन सरकार द्वारा चलाई जा रही स्कूली बच्चों से संबंधित विभिन्न योजनाएं महज सरकारी कागजों में सिमटी है। शायद यही वजह है कि जिले के ज्यादातर सरकारी स्कूलों में बच्चों को ना तो कॉपी किताब ना ही ड्रेस वितरण किया गया है तो वही बात अगर साइकिल वितरण की करें तो अब भी एक बड़ा विद्यार्थियों का समूह महरूम है। ताजा मामला जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत पिपरिया के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का है। जहां पर ग्राम एंकाटोला और हुड़कीटोला के करीब 30 विद्यार्थियों को साइकिल वितरण योजना से वंचित है। इस परेशानी को देखते हुए विद्यार्थियों के पालकों के द्वारा 23 सितंबर को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पिपरिया के स्कूल प्रबंधन से मुलाकात की जहां पर उनके द्वारा बच्चों को साइकिल देने की गुहार लगाई गई। जल्द ही साइकिल नहीं मिलने पर बच्चों के पालको द्वारा उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई।
कलेक्टर साहब को की जाएगी शिकायत= देवेंद्र सिंह मसराम
एंकाटोला निवासी देवेंद्र सिंह मसराम ने बताया कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पिपरिया आए हुए थे क्योंकि हुड़की और एकाटोला के पढ़ने वाले बच्चों को साइकिल वितरण योजना से वंचित रखा गया है इसकी जानकारी लेने के लिए स्कूल आए हैं। उन्होंने आगे कहा कि मध्य प्रदेश शासन द्वारा स्कूली विद्यार्थियों के लिए आने जाने के लिए साइकिल योजना के माध्यम से साइकिल प्रदान की जा रही है लेकिन दो गांव के विद्यार्थियों को इस योजना से वंचित रखा गया है बल्कि दूसरे गांव के बच्चों को साइकिल दिया जा रहा है शिक्षकों से जब जानकारी ली गई तो उनके द्वारा बताया जा रहा है कि हमारा गांव राजस्व में आता है इसलिए यह बच्चे इस योजना से वंचित है उन्होंने आगे यह भी बताया कि स्कूल से हमारे गांव की दूरी काफी है ऐसे में बच्चों को साइकिल मिलना चाहिए इस समस्या को लेकर कलेक्टर साहब से इसकी शिकायत की जाएगी।

ग्रामीणों के साथ किया जाएगा आंदोलन= सरवन कुमार मेश्राम
ग्राम हुडकीटोला निवासी सरवन कुमार मेश्राम ने बताया कि स्कूल में बहुत सारे बच्चे आते हैं कुछ बच्चों को साइकिल मिली है कुछ को नहीं शिक्षा को दोबारा कहा जा रहा है कि ग्राम पंचायत पिपरिया के अंतर्गत जितने भी गांव आते हैं उन ग्राम के बच्चों को साइकिल वितरण नहीं किया जाएगा। इस स्कूल में दूसरी पंचायत से आने वाले बच्चों को साइकिल वितरण किया जा रहा है लेकिन पिपरिया पंचायत के बच्चों को नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने आगे बताया कि सरकार द्वारा 2 किलोमीटर दूर से आने वाले छात्रों को साइकिल दिया जा रहा है। किंतु हुड़कीटोला और एंकाटोला की दूरी 3 किलोमीटर से ज्यादा होने के बाद भी गांव के बच्चों को योजना का लाभ क्यों नहीं दिया जा रहा है गांव के बच्चों को इसका लाभ मिलना चाहिए नहीं मिलने पर ग्रामीणों के साथ में आंदोलन किया जाएगा।
4 वर्षों से स्कूल से नहीं मिली है साइकिल= दिनेश बर्म्हे
दिनेश ब्रम्हे ने बताया कि करीब 30 बच्चों को अब तक साइकिल नहीं मिली है। बच्चों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है करीब 4 वर्षों से दोनों ग्रामों के बच्चों को साइकिल नहीं मिली है। उन्होंने आगे बताया कि स्कूल से गांव की दूरी काफी है उसके बाद भी शिक्षकों के द्वारा साइकिल ना देना समझ से परे है जब इस संबंध में जानकारी ली गई तो ग्राम पंचायत का हवाला देकर स्कूल से साइकिल ना देने की बात कही जाती है। इसकी शिकायत कलेक्टर साहब से की जाएगी निराकरण न होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।

दो गांव के बच्चों की मांगी गई है सूची= अश्वनी उपाध्याय

जिला शिक्षा अधिकारी अश्वनी उपाध्याय ने बताया कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पिपरिया के प्रिंसिपल से जानकारी मांगी गई है दो गांव के बच्चे हैं। लगभग 30 बच्चे हैं।उनकी जानकारी मांगी गई है ।सूची आने पर संचनालय को भेज दी जाएगी। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद पात्र बच्चों को साइकिल दे दिया जाएगा। उन्होंने आगे यह भी बताया कि यह बच्चे किस कारण पत्र हुए थे इसकी भी जानकारी ली जा रही है।

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