दो दिवसीय प्रवास में बालाघाट पहुंचीं पूर्व सीएम उमा भारती

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अपनी बेबाकी और प्रदेश में शराबबंदी की हितैषी पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शुक्रवार को दो दिवसीय प्रवास में बालाघाट पहुंचीं। उमा भारती ने सर्किट हाऊस पहुंचकर स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। सर्किट हाऊस में पत्रकारों से चर्चा के दौरान उमा भारती ने कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नई शराब नीति को सहमति दी है, लेकिन मैं आशंकित हूं। जब तक मेरे हिसाब से प्रदेश में नई शराब नीति लागू नहीं होती, तब तक मैं बेचैन रहूंगी। उमा भारती ने कहा कि शराब देश को बर्बाद कर रही है। दुनिया से शराब का नामो निशान मिटा देना चाहिए। इसके लिए सरकार को पहल करनी चाहिए। अगर राजस्व का घाटा होता है तो झेल लेना चाहिए और राजस्वी वसूली के और भी तरीके खोजने चाहिए।

दरअसल, महापुरुष दूनदेव के अनुयायियों द्वारा नशा और शराब के खिलाफ अभियान छेड़ा गया है। अनुयायियों के नागपुर आने के निवेदन पर पूर्व सीएम उमा भारती ने पहले बालाघाट में रुकने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि मैं बेहद सकारात्मक माहौल में बालाघाट पहुंचीं हूं। १ जनवरी को विधायक गौरीशंकर बिसेन का जन्मदिन है और बालाघाट के बाद नेक कार्य के लिए नागपुर जाना है। इससे पहले सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन, पूर्व विधायक रमेश भटेरे, भाजपा नेत्री मौसम हरिनखेड़े, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा बिसेन, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रमेश रंगलानी, नगर पालिका अध्यक्ष भारती ठाकुर सहित अन्य भाजपा पदाधिकारियों ने उमा भारती का स्वागत किया। हालांकि, सर्किट हाऊस में विधायक गौरीशंकर बिसेन गैर हाजिर रहे। पत्रकारों से चर्चा के दौरान पूर्व सीएम ने कहा कि नई शराब नीति के लिए प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा संगठन का पक्ष रखेंगे, मैं जनमानस का और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सरकार का पक्ष रखेंगे। २ अक्टूबर को एक कार्यक्रम में सीएम श्री चौहान ने इस नीति पर सहमति जताई थी और इसे जल्द लागू करने की घोषणा की थी, लेकिन मैं आशंकित हूं कि नई शराब नीति वैसी ही होगी या नहीं, जैसी मैं चाहती हूं। जब तक नई शराब नीति लागू नहीं होती, तब मैं बेचैन रहूंगी।

शराबबंदी के मद्दे पर आगे बोलते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि कई लोग सोचते हैं कि मैं शराबबंदी के खिलाफ बोलकर सरकार या बीजेपी के खिलाफ बोल रही हूं, लेकिन ऐसा सोचना गलत है और दुखद है। बीजेपी के कई नेता शराब के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि मैं सरकार या भाजपा या सीएम चौहान के खिलाफ नहीं हूं बल्कि मेरा कहना है कि सरकार को एक नियंत्रण शराब वितरण प्रणाली लाने की जरूरत है।

उमा भारती ने कहा कि मुझे ये तर्क दिया जाता है अगर प्रदेश में शराबबंदी हो जाती है, तो लोग जहरीली शराब पीने लगेंगे, लेकिन जहरीली शराब का शराबबंदी से कोई संबंध नहीं है। मध्यप्रदेश में शराबबंदी नहीं है, लेकिन यहां मुरैना में जहरीली शराब से मौत हुई है। उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ में भी जहरीली शराब से लोग मरे हैं। दरअसल, जहरीली शराब के पीछे माफिया है, जो पुलिस और प्रशासन और नेताओं के सरंक्षण में काम कर रहा है। उमा भारती ने शराब माफिया, खनन माफिया और पावर जनरेशन माफिया को महादैत्य करार दिया और खुद को इससे खतरा बताया।
बाइट- उमा भारती, पूर्व सीएम

आरक्षण के एक सवाल पर उमा भारती ने कहा कि मेरा मानना है कि ऐसा सवर्ण वर्ग, जो गरीबी की मार झेल रहा है, उसे आर्थिक आधार पर 10 प्रतिशत आरक्षण देना चाहिए। मैं इसका पूर्ण रूप से समर्थन करती हूं, लेकिन एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के आरक्षण को एक प्रतिशत भी कम नहीं करना चाहिए, वरना युद्घ हो जाएगा। उमा भारती ने कहा कि दुनिया अब दो हिस्सों में बंट गई है। एक है अभावग्रस्त और दूसरे हैं सुविधायुक्त।

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