देश में रोजगार के मामले में 50% से अधिक हिस्सेदारी रखने वाले वाले सर्विस सेक्टर से अच्छी खबर है। उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करते हुए दिसंबर 2022 में सर्विस सेक्टर छह महीने में तेजी से दौड़ा और उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
सेक्टर का PMI नवंबर में 56.4 था, जो दिसंबर 2022 में बढ़कर 58.5 पर रहा। हालांकि, बाजार विश्लेषकों ने इसके 55.5 ही रहने का अनुमान जताया था। इससे पहले रोजगार में 38% हिस्सेदारी वाले निजी क्षेत्र का उत्पादन भी 11 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। मैन्युफैक्चरिंग का कंपोजिट इंडेक्स दिसंबर में 59.4 रहा था, जो यह जनवरी 2012 के बाद सर्वोच्च था।
सर्विस सेक्टर का PMI 17वें महीने 50 से ऊपर
S&P ग्लोबल के मुताबिक, सर्विस सेक्टर का PMI (पर्चेसिंग मैनेजर्स इंडेक्स) 17वें महीने 50 से ऊपर रहा। यह जून 2013 के बाद बाद सबसे अच्छी स्थिति है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का रुख भी सकारात्मक रहा है। इसी के चलते उत्पादन 13 माह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
सेक्टर की उम्मीद इसलिए बढ़ी…
- इंडिया रेटिंग एंड रिसर्च के मुताबिक, सर्विस सेक्टर में विदेशी निवेश आने वाले सालों में भी बढ़ेगा। यह अप्रैल 2000 से मार्च 2014 के बीच 6.52 लाख करोड़ रुपए था, जो अप्रैल 2014 से मार्च 2022 के बीच 12.39 लाख करोड़ रु. हो गया। इसी दौरान मैन्युफैक्चरिंग में विदेशी निवेश 6.24 लाख करोड़ रु. से बढ़कर 7.63 लाख करोड़ रु. रहा।
- टीमलीज की ‘एम्प्लाईमेंट आउटलुक रिपोर्ट’ के मुताबिक, सर्विस सेक्टर की 77% कंपनियां जनवरी से मार्च 2023 में नए जॉब देने पर विचार कर रही हैं।
- MSME बिजनेस कॉन्फिडेंस स्टडी के मुताबिक, देश की 96% MSME को 2023 में अपना मुनाफा 30% बढ़ने की उम्मीद है। इन्हें यह भी उम्मीद है कि इस साल कंज्यूमर डिमांड बढ़ेगी।