नगर की मेन प्राथमिक शाला भवन को ध्वस्त करने नपा ने की कवायद प्रारंभ

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नगर के बस स्टैंड स्थित ब्रिटिश शासन के द्वारा निर्मित मेंन प्राथमिक शाला एवं सिंधी शाला को नगर पालिका के द्वारा जर्जर स्थिति का पत्र शिक्षा विभाग को लिखकर उसे डिस्मेंटल करने की कार्यवाही प्रचलन में ली गयी है। जिससे स्कूल के छात्र छात्राओं के पालकों एवं शिक्षक शिक्षिकाओं में उक्त विषय को लेकर रोष बना हुआ है । कि उक्त साल ब्रिटिश शासन काल की एक ऐतिहासिक धरोहर है। जहां पर ६ कमरे है जिसमें चार कमरों में पिछली नगर पालिका के द्वारा टीन शेड लगवाया गया है ,बाकी दो कमरे में केवल टीन शेड की जरूरत है जहां की छत जर्जर है बाकी भवन आज भी मजबूत है। किस प्रकार भवन को नगर पालिका के द्वारा कैसे क्षतिग्रस्त बताया जा रहा है। जिनके द्वारा उक्त भवन में नगर पालिका को तोडऩे की जगह मरम्मत करने की मांग की जा रही है ताकि उक्त विद्यालय लगातार संचालित हो सके।

बड़ी मात्रा में विशेष वर्ग के बच्चे करते हैं अध्ययन

मेन प्राथमिक शाला में कक्षा १ से ५ तक संचालित की जाती है तो वहीं नवीन माध्यमिक शाला में ६ से ८ तक कक्षा संचालित की जाती है। इस प्रकार एकीकृत शाला के अंतर्गत उक्त परिसर में कक्षा १ से ८ संचालित होती है जहां पर नगर के एक विशेष वर्ग यानी बैगा आदिवासी समाज के बच्चे सर्वाधिक शिक्षा अध्ययन करते हैं। जबकि उनके पास में भी एक माध्यमिक स्कूल है किंतु वह यहां पर आते हैं ,ऐसे में यदि उक्त स्कूल को डिस्मेंटल कर दिया जाता है तो पालकों का कहना है कि उनके बच्चे फि र कहां स्कूल जायेंगे। शायद ही फि र उनके बच्चे स्कूल जा पायें वह पूरी तरह शिक्षा से वंचित हो सकते हैं । क्योंकि वह एकलौता स्कूल है जहां हमारे बच्चे शिक्षा अध्ययन करने के लिए जाते हैं।

नगरवासी वरिष्ठ अधिकारियों  के शाला भवन के निरीक्षण की कर रहे मांग

नगर पालिका के द्वारा उक्त स्कूल भवन को पूरी तरह जर्जर बताते हुए हादसे की संभावना व्यक्त की गई है। जिसको लेकर नगरवासियो के द्वारा स्कूल का भ्रमण किया गया जिन्हें कहीं भी जर्जर स्थिति केवल दो कमरे की छत को लेकर अन्य स्थान पर नहीं दिखाई दी। ऐसे में उनके द्वारा ऐतिहासिक विरासत को सजोने की जगह अपने फ ायदे के लिए तहस नहस करना बताते हुए शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी या जिला कलेक्टर से भी स्कूल का निरीक्षण करने के उपरांत मामले में आगे फैसला लेने की बात बोल रहे है।

डीईओ को लेटर में गलत दी गयी दर्ज संख्या की जानकारी

मुख्य नगर पालिका अधिकारी के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी बालाघाट को पत्र के माध्यम से सूचना दी गई है की वारासिवनी नगर पालिका क्षेत्रांतर्गत वार्ड क्रमांक ५ बस स्टैंड के समीप में स्थापित पुराना भवन सिंधी प्राथमिक स्कूल वारासिवनी बंद अवस्था में रहने के कारण वर्तमान में भवन की स्थिति जर्जर हो चुकी है। सिंधी प्राथमिक स्कूल वारासिवनी के समीप मेन प्राथमिक स्कूल वारासिवनी स्थापित है जहाँ १० से १२ छात्र छात्रायें अध्ययनरत है। वर्तमान में मेन प्राथमिक स्कूल जर्जर अवस्था की ओर पहुँच चुका है जिससे आगामी भविष्य में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को किसी भी प्रकार की होने वाली दुर्घटनाओं से बचायें रखने हेतु उक्त स्कूल में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को वारासिवनी क्षेत्रांतर्गत किसी अन्य शासकीय स्कूल में अध्ययन हेतु स्थानांतरित किया जावें। ताकि नगर पालिका परिषद वारासिवनी के द्वारा दोनों जर्जर भवनों को बिना अवरोध के ध्वस्त किया जा सकें। जबकि इस एकीकृत स्कूल में ८८ विद्यार्थी अध्यनरत है एवं मेन प्राथमिक शाला में ४२ विद्यार्थी अध्ययन कर रहे है।

ब्रिटिश शासन काल का है शाला भवन

यह स्कूल भवन ब्रिटिश शासन काल का निर्मित भवन है जहां पर लंबे समय से स्कूल संचालित की जा रही है। यहां से हजारों लोग शिक्षा अध्ययन कर नगर का नाम रौशन किया है जिनके लिए यह मंदिर से कम नहीं है। वैसे भी शासन के द्वारा इस प्रकार की ऐतिहासिक इमारत को संरक्षित करने के लिए कहा जाता है परंतु यह पहली बार देखा जा रहा है कि इस ऐतिहासिक शिक्षा के मंदिर को तोडऩे की कवायत की जा रही है।

बैगा आदिवासी समाज के बच्चे आते है स्कुल मेंं पढऩे-गोविंद वरकड़े

पालक गोविंद वरकड़े ने बताया कि मेरे बच्चे इस स्कूल में पढ़ते हैं मैं बैगा समाज का हूं मैं आज स्कूल आया तो मैडम ने बताया कि स्कूल टूटने वाला है। आप गोलीबारी चौक स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ा सकते हैं क्या तो हमारे बच्चे इतने दूर नहीं जा सकते हैं और ना ही हम भेज सकते क्योंकि छोटे छोटे हैं। हमारी अपील है कि यह स्कूल नहीं तोडा जाना चाहिए यहां हमारे बैगा मोहल्ले के करीब ७० बच्चे होंगे जो रोज पढ़ते हैं। प्राइवेट स्कूल में हम अपने बच्चों को पढ़ा नहीं सकते क्योंकि रोज कमाते खाते हैं । ज्यादा हमारी हैसियत नहीं है बच्चे मुश्किल से यहां आते हैं इसके टूटने पर हम अपने बच्चों को कहां पढ़ाएंगे।

ब्रिटिश कालीन भवन है  इसे बचाना सबकी जिम्मेदारी-पंचम हनवत

पंचम हनवत ने बताया कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने हमें धराशाई होने लायक भवन बताया तो हमने मौके पर आकर देखा। हमें लगा कि यहां सब ठीक है केवल दो कमरों को मरम्मत की जरूरत है इसके बाद पूर्व की तरह यह संचालित होगा। इसे खाली करने में टेक्निकल अड़चन के साथ डाइस कोड से लेकर कई समस्या है जो विभाग समझ सकता है। ऐसे में नगर पालिका दो जीर्णशीर्ण कमरों की मरम्मत कर दे जहां केवल टीन शेड लगेगा फलोरदरवाजे खिडक़ी सब लगे हुए हैं। हमने मुख्य नगर पालिका अधिकारी से चर्चा किये तो उन्होंने बताया कि १ साल पहले इसे डिस्मेंटल करने का प्रस्ताव परिषद में लिया है जीर्णशीर्ण भवन हो गया है उन्होंने निरीक्षण किया है तोडऩा जरूरी है। हमने यहां देखा तो तोडऩे के लायक स्कूल नहीं है केवल टीन शेड लगेगा यह ब्रिटिश कालीन भवन है ऐतिहासिक स्थान है जिसे बचाने की हमारी भी जवाबदारी है। इस प्रकार ऐतिहासिक धरोहर को बचाना चाहिये क्योंकि यहां ऐसे व्यक्ति पड़े हैं जिन्होंने नगर का नाम रोशन किया है लोगों की यादें जुड़ी है इसमें सुधार होना चाहिए।

शाला भवन को सुधार की जरूरत है तोडऩे की नही-दीपिका उइके

प्रधान पाठक दीपिका उइके ने बताया कि मुझे बीआरसी ने लेटर दिया है जिसमें नगर पालिका सीएमओ के द्वारा स्कूल ध्वस्त करने की जानकारी मिली है। यह एकीकृत साल है १ से ८ कक्षा यहां संचालित होती है जिसमें ८८ बच्चे दर्ज है इस स्कूल की स्थिति डिस्मेंटल करने लायक नहीं है दो कमरा है जिसकी छत में कवेलू है उसे सुधार कर टीन शेड लगाना है। तो यह स्कूल कई वर्षों तक संचालित हो सकता है पता नहीं किस कारण से आदेश हुआ हमें रोज बच्चे नहीं बैठने के लिए बोला जा रहा है दुर्घटना हो जाएगी कहते हैं। जबकि ऐसा कुछ नहीं है अधिकारी यहां पर आकर जांच कर सकते हैं हमारे पास अतिरिक्त कक्ष भी नहीं है बच्चे कहां बैठाएंगे सामान कहां रखेंगे हमें कुछ समझ नहीं आ रहा है जबकि सबसे ज्यादा बैगा आदिवासी समाज के बच्चे पढ़ते हैं।

नगर पालिका सीएमओ का पत्र मिला था कि शाला भवन खाली किया जायें-सत्येन्द्र शरणागत

बीआरसी सत्येंद्र शरणागत ने बताया कि नगर पालिका सीएमओ का पत्र मिला था कि मेन प्राथमिक शाला १०० वर्ष पुराना भवन है जिसे तोड़ा जाना है यहां पर नया स्ट्रक्चर खड़ा होगा। यहां प्राथमिक स्कूल लगता था एक से पांच कक्षा उन्हें शिफ्ट करने के लिए कहा गया है जिला शिक्षा अधिकारी ने भी हमें कहा है यहां ४२ बच्चे पढ़ते हैं। पीछे तीन कक्षा है वहाँ व्यवस्था बना रहे हैं किंतु दिक्कत है कि छोटे कमरे है एक से आठ कक्षा संचालित होना है व्यवस्था नहीं हो रही है। जिस भवन को डिस्मेंटल करना है उसमें ६ कक्षा है जहां नगर पालिका ने ३ वर्ष पहले टीन शेड लगाए हैं । जहाँ दो कक्ष है जहां टीन शेड लगाने की जरूरत है जो खराब है बाकी सभी कमरे अच्छी अवस्था में है।

इनका कहना है

दूरभाष पर चर्चा में बताया कि मेन प्राथमिक शाला ,सिंधी शाला को डिस्मेंटल करने की कार्यवाही प्रचलन में है जिसमें एक वर्ष पहले ही डिस्मेंटल रिपोर्ट ले ली गई है। अब यह रिक्त होगा तो इसे डिस्मेंटल करने का कार्य किया जाएगा १०० वर्ष पुराना भवन है। पीछे में चार कमरों का स्कूल बनाकर दिया जाएगा। भवन जर्जर हो गया है कभी कोई हादसा घटित होता है तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा इसी को देखते हुए यह निर्णय लिया गया।

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