मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से ग्वालियर-चंबल संभाग की स्थिति बिगड़ने लगी है। यहां पर पार्वती, टेम, कूनो और सिंध नदियां उफान पर हैं। गुना, शिवपुरी, श्योपुर और भिंड के कई गांव बाढ़ से घिर गए हैं। पुल पर नदियों के ओवर फ्लो होने से रास्ते बंद हो गए हैं। ग्वालियर शहर में 24 घंटे में साढ़े 3 इंच से ज्यादा बारिश होने से कॉलोनियों में पानी भर गया है। भोपाल और इंदौर में हल्की बारिश ही हो रही है। जबलपुर में कल बरगी डैम के गेट खुल सकते हैं। मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 48 से 72 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश में तेज बारिश की संभावना जताई है।
मौसम विभाग ने गुना, ग्वालियर, शिवपुरी सहित 8 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, नीमच, मंदसौर, विदिशा, छतरपुर सहित 10 जिलों में भारी बारिश के साथ बिजली गिरने का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
भोपाल, होशंगाबाद, उज्जैन संभाग के अन्य जिलों में रिमझिम बारिश की संभावना भी जताई है। वहीं, मौसम एक्सपर्ट का कहना है कि इसी सप्ताह तो पूरे प्रदेश को बारिश मिलती रहेगी। बंगाल की खाड़ी में फिर से एक सिस्टम एक्टिव हो रहा है। इस कारण 2 से 5 अगस्त तक प्रदेश फिर से जमकर भीगेगा।
जानिए- कहां पर क्या है स्थित
गुना: बाढ़ में घिरे गांव, राजस्थान से संपर्क कटा
जिले में पार्वती उफान पर है। इससे 7 गांव चारों तरफ से पानी से घिर गए हैं। उमरी रोड पर डायवर्टेट सड़क काटनी पड़ी। गुना-फतेहगढ़ रोड पर झागर में पुलिया के ऊपर से पानी आने से पुलिस ने उस तरफ से सफर न करने की अपील की है। इससे राजस्थान से जिले का संपर्क कट गया है। हालांकि मंगलवार शाम से बुधवार सुबह तक ज्यादा बारिश नहीं हुई। इस दौरान 10 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
गुना में रपटे पर ओवर फ्लो होता नाला।
ग्वालियर- 24 घंटे में साढ़े तीन इंच से ज्यादा बारिश, कॉलोनियों में घुसा पानी
ग्वालियर में 24 घंटे में साढ़े तीन इंच से ज्यादा बारिश हुई। इसकी वजह से शहर की कुछ कॉलोनियों में पानी भर गया। गांधी नगर में घुटने तक पानी भर जाने की वजह से लोगों को परेशानी हुई। बारिश के कारण सचिन तेंदुलकर रोड धंसक गई। एक दिन पहले यहां भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई थी। जुलाई में अभी तक साढ़े नौ इंच बारिश हो चुकी है।
ग्वालियर के गांधीनगर कॉलोनी में भरा बारिश का पानी।
जबलपुर: चार दिन से रिमझिम बारिश
जबलपुर में पिछले चार दिनों से रिमझिम फुहारें पड़ रही हैं। 24 घंटे में 1.6 मिमी बारिश शहर में ताे जिले में औसत 5 मिमी हुई। मौसम विभाग के मुताबिक अगले एक सप्ताह तक बादल छाए रहेंगे। इस दौरान संभाग में तेज और मध्यम बारिश का अनुमान है। अभी बरगी में 1100 क्यूसेक पानी प्रति सेकेंड आ रहा है। जबकि 201 क्यूसेक पानी की निकासी हो रही है। इसमें 191 क्यूसेक बिजली बनाने में तो 5-5 क्यूसेक बांयी व दांयी तट वाली नहर में छोड़ा जा रहा है।
डैमों की यह स्थिति
बारना डैम- मामूली बढ़ोतरी हुई है। इसकी क्षमता 1143.53 फीट है। अभी जलस्तर 1127.55 फीट है।
तवा डैम- .60 फीट जलस्तर बढ़ा है। डैम की क्षमता 1166 फीट है। वर्तमान में जलस्तर 1145.30 फीट है।
बरगी डैम- 24 घंटे में बरगी डैम का जलस्तर 0.820 फीट तक बढ़ गया है। डैम की क्षमता 1387 फीट है, अभी 1364.83 फीट भर गया है।
होशंगाबाद में नर्मदा का जलस्तर कम हुआ।
नर्मदा 24 घंटे में साढ़े 1.20 फीट पानी कम हुआ
होशंगबाद के सेठानी घाट पर नर्मदा नदी का जलस्तर में 1.20 फीट की कमी 24 घंटे में हुई है। सुबह 6 बजे 938.20 फीट जलस्तर रहा। यहां पर नर्मदा नदी खतरे के निशान ( 967 फीट) से 28.8 फीट कम है। यहां बता दें कि 964 फीट के लेवल पर खतरे का अलॉर्म बजा दिया जाता है। बारना, तवा और बरगी डैमों के गेट एक साथ खोले जाने पर नर्मदा खतरे के निशान पर पहुंच जाती है।
1 जून से अब तक बारिश की स्थिति।
सबसे कम बारिश-चंबल में मुरैना, दतिया, बुंदेलखंड में सागर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, दमोह, निमाड़ में धार, बड़वानी, खरगोन और महाकौशल में बालाघाट। यहां सामान्य से 20 से 60% तक कम बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश- भोपाल और उज्जैन संभाग के जिलों में। इसके अलावा जबलपुर के नरसिंहपुर और रीवा के सिंगरौली में।
सामान्य बारिश- प्रदेश के 6 जिलों में सामान्य बारिश।
कहां कौन सा अलर्ट
- ऑरेंज अलर्ट : श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, गुना, ग्वालियर, शिवपुरी और अशोकनगर।
- यलो अलर्ट : राजगढ़, आगर, नीमच, मंदसौर, विदिशा, छतरपुर, बालाघाट, पन्ना, शहडोल और टीकमगढ़।
- यहां रिमझिम बारिश : भोपाल, होशंगाबाद, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, चंबल, शहडोल, सागर और रीवा संभाग के जिले।
24 घंटे में कहां कितनी बारिश (मिमी में)
सतना 82.7, श्योपुर 64, छिंदवाड़ा 26.2, भोपाल सिटी 24.9, रीवा 23.4, भोपाल 21.8, पचमढ़ी 20, उज्जैन 14, दतिया 13.8, खजुराहो 13.8, गुना 10.6, सीधी 10, धार 8.4, मंडला 8, बैतूल 7.4, होशंगाबाद 3.8, रायसेन 3.6, दमोह 3, इंदौर 2.7, शाजापुर 2.6, रतलाम 2.6, खरगोन, 2, टीकमगढ़ 2, जबलपुर 1.6, नौगांव 1.6, सागर 1.4, उमरिया 7, मलाजखंड 50, सिवनी 72.6।
2 से 5 अगस्त तक जमकर भीगेगा मप्र
मौसम एक्सपर्ट डीपी दुबे के अनुसार इस सीजन में पहली बार ऐसा हुआ कि बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम बगैर रुकावट या भटकाव के सीधे मध्यप्रदेश में सक्रिय हुआ है। इसके पहले तक ऐसा हो रहा था कि सिस्टम बनने के बाद यहां आने के बजाए उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ तक चला जाता था। अभी भी बंगाल की खाड़ी में सिस्टम एक्टिव है।
इसके अलावा अरब सागर से भी भरपूर नमी आ रही है। ऐसे में पूरे सप्ताह प्रदेश में कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बारिश होती रहेगी। अभी मौसम ग्वालियर चंबल की ओर शिफ्ट हो गया। इस कारण उधर तेज बारिश के आसार हैं। 1 अगस्त के बाद फिर से बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम बनता दिख रहा है। ऐसे में 2 से लेकर 5 अगस्त तक मप्र में तेज बारिश के आसार बन रहे हैं। इस दौरान प्रदेश जमकर भीगने वाला है।