बालाघाट (पदमेश न्यूज़) शासन द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता भारत दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।जिसको चलते शुरू किए गए स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत चलाई जा रही इस मुहिम की तैयारी को लेकर नगर पालिका कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। लेकिन इस मुहिम के तहत दिए गए आवश्यक दिशा निर्देशों का ठीक से परिपालन नहीं हो पा रहा है जहां आदेशों का पालन न करने और लगातार कार्य में लापरवाही बरतने के चलते लगातार कर्मचारियों पर कार्यवाही की जा रही है। इसी कड़ी में नगर के बस स्टैंड, देवी तालाब परिसर, मोती गार्डन परिसर,नगर के विभिन्न चौक चौराहो व सार्वजनिक स्थानों सहित अन्य माँर्गो व वार्डो में जगह-जगह कचरा का ढेर जमा करने, समय पर कचरे को उठाव व उसका उचित प्रबंध न करने, कार्य में लापरवाही बरतने, दिए गए दिशा निर्देशों का पालन न करने सहित अन्य बिंदुओं पर नपा कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है।जिसके के चलते मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा शनिवार को 10 कर्मचारियों पर कार्यवाही की गई है।जिसपर कार्यवाही करते हुए सीएमओ द्वारा सभी लापरवाह 10 कर्मचारियों का तीन-तीन दिनों का वेतन रोकने के निर्देश जारी किए गए हैं तो वही सभी कर्मचारियों को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा कार्य में लापरवाही बरतने ,सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों का समय सीमा पर निराकरण न करने, कार्यालय में बगैर सूचना दिए अनुपस्थित रहने सहित अन्य आदेशों की अवहेलना करने पर दो इंजीनियरों पर भी कार्यवाही की गई है। तो वही दिए गए आदेशों का पालन न करते हुए वह कार्य में लापरवाही बरतने और अपनी जिम्मेदारियो का ठीक तरह से निर्वहन करने पर दो कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
इन कर्मचारियों पर गिरी कार्यवाही की गाज
मुख्य नगर पालिका अधिकारी निशांत श्रीवास्तव ने शनिवार को लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की है जिसमें स्वच्छता पर्यवेक्षक यामिनी डहरवाल, काजर डोंगरे,वार्ड प्रभारी नरेंद्र मेश्राम, झाड़ू सफाई प्रभारी आकाश भारद्वाज, वाहन प्रभारी साधुराम चमकेल, राजकुमार भोरी सहित अन्य कर्मचारियों पर कार्यवाही की गाज गिरी है।जिसमें इन सभी कर्मचारियों को कारण बताओं नोटिस जारी कर सभी के तीन-तीन दिनों के वेतन काटने के आदेश भी जारी किए गए हैं। वही नोटिस का संतोष जनक जवाब न मिलने पर आगे वैधानिक कार्यवाही किए जाने की चेतावनी भी दी गई है।
इंजीनियर अंशिका चौहान और स्वप्निल जैन पर भी गिरी गाज
बताया जा रहा है कि स्वच्छता अभियान सहित अन्य कार्यों को संभालने की जिम्मेदारी इंजीनियर अंशिका चौहान और स्वप्निल जैन को दी गई थी। वही स्वप्निल जैन को सीएम हेल्पलाइन के लंबित प्रकरणों का यथाशीघ्र निराकरण करने को कहा गया था।लेकिन दोनों ही कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी का पूर्ण निष्ठा से पालन नहीं कर रहे थे। जहां इंजीनियर अंशिका चौहान पर कार्य में लापरवाही बरतने,दिए गए कार्यों को समय सीमा में पूर्ण न करने ,दिशा निर्देशों का पालन न करने सहित अन्य मामलों में तीन दिन का वेतन रोककर कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। तो वहीं सीएम हेल्पलाइन में लंबित प्रकरणों का समय सीमा में निपटारा न करने ,सप्ताह के 7 दिनों में केवल तीन दिन कार्यालय में उपस्थित रहने ,चार दिन तक बिना सूचना दिए कार्यालय से अनुपस्थित रहने, दी गई जिम्मेदारियो का निर्वहन न करने और कार्य में लापरवाही बरतने के साथ-साथ सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों के निराकरण का कार्य मस्टोल कर्मचारी से करने सहित अन्य मामलों पर कार्यवाही की गई है। जिनका तीन दिनों का वेतन काटने के आदेश के साथ-साथ कारण बताओं नोटिस भी जारी पर जवाब तलब किया गया है।
साधुराम चमकेल और राजकुमार भोरी को किया गया निलंबित
उधर कार्य में भारी लापरवाही बरतने, और जिम्मेदारियो का पूर्ण निष्ठा व ईमानदारी से पालन ना करने के साथ-साथ आदेशों की अवहेलना करने पर शनिवार को मुख्य नगर पालिका अधिकारी निशांत श्रीवास्तव ने दो कर्मचारियों को निलंबित किया है। जिसमें जनसेवक राजकुमार भोरी और स्वच्छता वाहन प्रभारी साधुराम चमकेल के नाम का समावेश है। बताया जा रहा है कि नगर के विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर साफ सफाई की व्यवस्था न बनाने, जगह-जगह कचरो के ढेर का प्रबंधन ना करने, झाड़ू व साफ सफाई सहित अन्य व्यवस्था ना बनाने, दिए गए आदेश पर अमल न करने और बार-बार समझाईश के बावजूद भी जिम्मेदारी का निर्वाह ना करते हुए कार्य में भारी लापरवाही बरतने पर दोनों कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए नोटिस जारी किया गया है।
संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो होगी बड़ी कार्यवाही- श्रीवास्तव
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान मुख्य नगर पालिका अधिकारी निशांत श्रीवास्तव ने बताया कि नगर के बस स्टैंड, देवी तालाब परिसर, मोती तालाब परिसर, नगर के विभिन्न चौक चौराहों व सार्वजनिक स्थानों में साफ सफाई की व्यवस्था ना करने, जगह जगह लगे कचरे के ढेर का उचित प्रबंध न होने सहित बार-बार समझाईश इस पर भी ना मानने पर 10 कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की गई है।इन कर्मचारियों को कई बार इन जगहों की विशेष साफ सफाई रखने के निर्देश दिए गए थे साथ ही बार-बार समझाईश इसके बाद भी वह नहीं मान रहे थे। इसीलिए 10 कर्मचारियों का तीन-तीन दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं।साथ ही कारण बताओं नोटिस भी जारी किया गया है। इसके अलावा इंजीनियर अंशिका चौहान भी कार्य में लापरवाही बरत रही थी, इसीलिए उन पर भी कार्रवाई की गई है। तो वही सीएम हेल्पलाइन प्रभारी,स्वप्निल जैन लंबित मामलों का निराकरण नहीं कर रहे थे, वही सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का मस्टोल कर्मचारी से कार्य कर रहे थे। इसके अलावा आए दोनों कार्यालय से अनुपस्थित रहते थे जिसके चलते उन पर भी कार्यवाही की गई है। तो वही राजकुमार भोरी और साधुराम चमकेल को निलंबित करने की कार्यवाही की गई है। सभी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। यदि संतोषजनक जवाब नहीं आता तो बड़ी कार्यवाही की जाएगी।