शहर को स्वच्छ बनाने नगरपालिका बालाघाट द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान चलाया जा रहा है और शहर में साफ सफाई रखने नगरपालिका प्रशासन द्वारा अपने स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। इसी के परिपालन में नगरपालिका सीएमओ सतीश मटसेनिया नगरपालिका की टीम के साथ सोमवार की सुबह नगर के कुछ वार्डो का भ्रमण कर डोर टू डोर सर्वे किया गया और गीला कचरा सूखा कचरा रखने की व्यवस्था को स्वयं देखते हुए लोगों को समझाइश दी गई की घर में दो डस्टबिन रखें और उनमें गीला कचरा सूखा कचरा अलग-अलग डालें।
आपको बताए कि नगरपालिका प्रशासन द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए पिछले 6 माह से कार्य किया जा रहा है तथा लोगों को गिला कचरा सूखा कचरा अलग-अलग डालने के लिए लगातार कहा जा रहा है लेकिन इसका पालन नगर में होते हुए नहीं दिख रहा है। नगरपालिका के अमले द्वारा जरूर कहा जा रहा है कि इसमें काफी सफलता मिल रही है लेकिन यह वास्तविकता से कोसों दूर है। नगर के 95 फीसदी लोग एक ही डस्टबिन रख रहे हैं जिसमें गीला कचरा और सूखा कचरा दोनों डालते हैं।
वार्ड में डोर टू डोर सर्वे कर रहे नगर पालिका सीएमओ सतीश मटसेनिया ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 प्रारंभ हो चुका है। सभी लोगों से अपील की जा रही है सभी लोग कचरे के प्रति जागरूक बने, गीला कचरा सूखा कचरा अलग-अलग कंपार्टमेंट में ही डालें। सोमवार को 4 वार्डो का भ्रमण किया गया, जहां उन्होंने पाया कि 60 फीसदी घरों में दो डस्टबिन मिले वहीं 40 फीसदी घरो में सिंगल डस्टबिन ही पाया गया।
इस दौरान मौजूद पूर्व पार्षद राजेश लिल्हारे ने बताया कि भ्रमण के दौरान यही देखने में आया 95 फिसदी घरों में एक ही डस्टबिन पाया गया जिसमें गीला और सूखा कचरा डाला जाता है। इसमें सफल नहीं होने के लिए हम नगर पालिका को जिम्मेदार भी नहीं ठहरा सकते हैं क्योंकि नगर पालिका प्रशासन द्वारा कम से कम प्रयास तो किया जा रहा है जनता को भी जागरूक होना चाहिए। स्वच्छता सर्वेक्षण में सफलता और लोगों में जागरूकता लाने के लिए नगरपालिका को कड़े निर्णय लेना पड़ेगा तभी शहर को स्वच्छ बना पाएंगे।