नगर पालिका बालाघाट में लंबे समय से चल रही वर्चस्व की लड़ाई अब भी जारी है जहां सीएमओ के पद को लेकर दो अधिकारी अपना अपना दावा ठोक रहे हैं एक ओर जहां दिनेश वाघमारे अपने आप को नगरपालिका बालाघाट का मुख्य नगरपालिका अधिकारी बता रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर सतीश मटसेनिया स्थानतरण होने के बाद भी नपा सीएमओ के पद पर कार्य कर रहे हैं लंबे समय से सीएमओ पद के वर्चस्व की लड़ाई कोर्ट में चल रही है जिसके चलते नपा प्रशासक भी इस मामले में बयानबाजी करने से बचते नजर आ रहे हैं।
सीएमओ सतीश मटसेनिया का 6 मार्च को रायसेन स्थानांतरण होने के बाद भी श्री मटसेनिया अब भी नगरपालिका सीएमओ पद पर कार्य कर रहे हैं वहीं दिनेश वाघमारे सीएमओ पद का फूलचार्ज लेने के झटपटाते दिखाई दे रहे है।
इस सबके बीच प्रशासक दीपक आर्य द्वारा अब तक सीएमओ को लेकर कोई ठोस फैसला नहीं दिया गया है और वे मंगलवार 16 मार्च को होने वाले कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नपा सीएमओ के पद पर बने रहने के लिए दोनों ही अधिकारी एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं।
वहीं इस पूरे मामले में राजनीति भी जमकर हावी है इन सभी कशमकश के बीच कलेक्टर दीपक आर्य,नगरपालिका के दोनों मुख्य नगरपालिका अधिकारी और नगर की आम जनता को अब हाईकोर्ट के फैसले का इंतजार है बताया जा रहा है कि मंगलवार को सीएमओ पद के लिए न्यायालय की अवमानना की याचिका पर फैसला हो सकता है जिसको लेकर सभी अधिकारी कर्मचारी व नगर की जनता मंगलवार को हाईकोर्ट में होने वाले फैसले का इंतजार कर रहे हैं बताया जा रहा है कि मंगलवार को इस बात का फैसला हो जाएगा कि आखिर दोनों अधिकारियों में से बालाघाट नगर पालिका की कमान कौन संभालेगा जिसको लेकर अब सबकी निगाहें हाईकोर्ट के फैसले पर टिकी हुई है।
इस पूरे मामले में दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान मुख्य नगरपालिका अधिकारी सतीस मटसेनिया ने बताया कि प्रशासनिक आदेश के अनुसार उनका स्थानांतरण 6 मार्च को रायसेन किया गया है वर्तमान समय में नपा प्रशासक कलेक्टर दीपक आर्य हैं जब वह मुझे रिलीव करेंगे तब मैं अपना कार्य छोड़ कर चला जाऊंगा लेकिन प्रशासक द्वारा मुझे अब तक रिलीव नहीं किया गया है और ना ही इस विषय में मुझसे कोई चर्चा की गई है।
वहीं दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान सीएमओ दिनेश बाघमारे बताया कि नपा सीएमओ मटसेनिया का स्थानतरण प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत रायसेन किया गया है लेकिन वे अब तक रिलीव नहीं हुए हैं और ना ही मुझे नपा का कार्यभार सौंपा गया है,1 सप्ताह पूर्व मेरे द्वारा कलेक्टर दीपक आर्य से इस विषय पर चर्चा की गई थी जहां उन्होंने एक-दो दिन में प्रभार की प्रक्रिया करने की बात कही थी लेकिन अब तक मुझे प्रभार नहीं दिया गया है मुझे नगरपालिका का प्रभार क्यों नहीं दिया जा रहा है यह समझ से परे है उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के तहत वे बालाघाट में है कोर्ट की अवमानना का मामला हाईकोर्ट में चल रहा है जिसकी 16 मार्च को सुनवाई होनी है 16 मार्च को कोर्ट का फैसला आ सकता है कि नगर पालिका में सीएमओ के पद पर फुल चार्ज में कौन काबिज होगा।
दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान नगर पालिका प्रशासक व कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि यह मामला कोर्ट में चल रहा है जिसकी मंगलवार को सुनवाई होनी है वे फिलहाल इस मामले में कुछ नहीं कहना चाहते।