इराक के दक्षिणी शहर नसीरिया में अल-हुसैन कोविड हॉस्पिटल में सोमवार को भीषण आग लग गई। इसमें 2 स्वास्थ्यकर्मियों समेत 44 लोगों की मौत हो गई और 67 लोग घायल हो गए। आग पर काबू पा लिया गया है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आग कोविड वार्ड में एक ऑक्सीजन टैंक में विस्फोट की वजह से लगी।
इस हादसे के बाद प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कदीमी ने वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक बुलाई। इसमें नसीरिया हॉस्पिटल के सुरक्षा प्रबंधकों को सस्पेंड करने और उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया।
मृतकों की संख्या बढ़ सकती है
हादसे के दौरान स्वास्थ्य कर्मचारियों ने कोविड अस्पताल से जलते हुए शवों को बाहर निकाला। इस दौरान निकाले गए कई मरीज धुएं के कारण बुरी तरह खांस रहे थे। हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। आग लगने का कारण पता किया जा रहा है। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि अभी कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
पहले भी आग लगने से 82 लोगों की मौत हुई थी
इससे पहले अप्रैल में बगदाद के कोरोना अस्पताल में भी आग लग गई थी जिसमें 82 लोगों ने जान गंवाई थी, जबकि 110 लोग घायल हो गए थे। युद्ध और प्रतिबंधों से पहले ही नष्ट हो चुके इराक का स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस से निपटने के लिए पहले ही मुश्किलों का सामना कर रहा है। यहां इस महामारी से अब तक 14.38 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 17,592 लोगों की मौत हुई है।