निखिल आडवाणी ने कहा-नॉर्वे की सरकार ने हमारी फिल्‍म ‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे’ पर कोई ऐतराज नहीं जताया, ‘मुंबई डायरीज 26/11’ भी सच्‍ची घटना से प्रेरित

0

कोरोना काल में भी प्रोड्यूसर निखिल आडवाणी ढेर सारे प्रोजेक्‍ट्स प्रोड्यूस कर रहें हैं। उनमें से एक वेब सीरीज ‘मुंबई डायरीज 26/11’ है, जो बहुत जल्‍द अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हो रही है। साथ ही इसी महीने निखिल आडवाणी के बैनर से फिल्म ‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे’ के लिए रानी मुखर्जी नॉर्वे रवाना हुई हैं। ‘मुंबई डायरीज 26/11’ और ‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे’ दोनों सच्‍ची घटनाओं पर बेस्‍ड है। ‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे’ में रानी मुखर्जी ऐसी मां के रोल में हैं, जो अपने बच्‍चे की खातिर नॉर्वे की हुकूमत से भिड़ जाती हैं। निखिल को खुशी इस बात की है कि फिल्‍म के सब्‍जेक्‍ट से नॉर्वे के अधिकारियों को कोई ऐतराज नहीं हुआ, उन्होंने खुले दिल से इसे एक्‍सेप्‍ट किया और अपने देश में शूट करने की इजाजत भी दी।

मुझे मेडिकल ड्रामा जॉनर पसंद है इसलिए ‘मुंबई डायरीज 26/11’ बनाई
दैनिक भास्‍कर से खास बातचीत में प्रोड्यूसर निखिल आडवाणी ने अपने दोनों अपकमिंग प्रोजेक्‍ट्स के बारे में खुलकर जानकारी शेयर की। उन्‍होंने कहा, ” ‘मुंबई डायरीज 26/11’ इसलिए बनी कि मुझे मेडिकल ड्रामा जॉनर पसंद आता रहा है। जैसे अमरीका की कई टेलीविजन सीरीज ‘शिकागो मेड’, ‘कोड ब्‍लैक’, ‘न्‍यू एम्‍सटरडम’ का मैं फैन रहा हूं। लिहाजा मुझे एक मेडिलक ड्रामा शो बनाना था। हां, मगर मुझे उस बैकड्रॉप में कोई सैनिटाइजड रॉम कॉम जॉनर की कहानी नहीं कहनी थी। मुझे हॉस्पिटल के बैकड्रॉप में ग्रिटी और खूनी कहानी कहनी थी।”

26/11 के वक्‍त सरकारी अस्‍पताल में 1200 बेड और सिर्फ 300 मेडिकल स्‍टाफ था
निखिल आडवाणी ने कहा, “हमने मुंबई के एक सरकारी अस्‍पताल में रिसर्च की तो पाया कि 26/11 के वक्‍त 1200 बेड थे और सिर्फ 300 मेडिकल स्‍टाफ था। हमलों के चलते लगातार जख्‍मी लोग एक रात में ही आ रहे थे। उस हाल में मेडिकल स्‍टाफ ने कैसे काम किया होगा, वह समां मैं क्रिएट करना चाहता था। 26/11 हमलों के चलते मुंबई का जहान भी पूरी तरह बदल गया। उस रोमांच से भी हम लोगों को वाकिफ करना चाहते थे। सरल शब्‍दों में कहूं तो 26/11 हमलों के बाद कैसे हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स टिपिकल वॉरियर के तौर उभरे, हमने वह जाहिर किया है। यह भी ‘डी डे’, ‘बाटला हाऊस’ की तरह सच्‍ची घटनाओं से इंस्‍पायर्ड है। जैसे 9/11 के बाद हर अमरीकी के पास एक कहानी है, वैसे ही 26/11 के बाद मुंबईकर की अपनी कहानी है। लिहाजा, सच्‍ची घटनाएं ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों को कनेक्‍ट करने का माद्दा रखती हैं।”

‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे’ भी सच्‍ची घटनाओं पर बेस्‍ड है
प्रोड्यूसर ने आगे कहा, “रहा सवाल ‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे’ का तो वह भी सच्‍ची घटनाओं पर बेस्‍ड है। यह फिल्म अभी यूरोप में फिनलैंड से सटे मुल्‍क एस्टोनिया में शूट हो रही है। फिल्म एक मां की कहानी है, जो अपने बच्‍चे की खातिर एक पूरे देश से भिड़ जाती है। यह भी गहन रिसर्च पर बनी है। हमारी लीगल टीम ने भी इसकी बारीकियों को ग्रो थ्रू किया है। रानी मुखर्जी वह रोल प्‍ले कर रहीं हैं, वो इन दिनों एस्टोनिया में ही हैं।”

नॉर्वे की सरकार को भी इस फिल्म से कोई ऐतराज नहीं हुआ है
निखिल आडवाणी ने कहा, “नॉर्वे की सरकार को भी इससे ऐतराज नहीं हुआ है। वह बड़ी फ्री कंट्री है। वहां लोकतांत्रिक मूल्‍यों का पालन सही मायनों में होता है। यहां की सरकार आर्ट और कल्‍चर पर किसी तरह का दबाव नहीं देती है। जब वो इस फिल्‍म को देखेंगे, तो महसूस करेंगे कि हमने नॉर्वे पर कीचड़ नहीं उछाला है। हमने कुछ सवाल किए हैं। उनके जवाब पहले से ही पब्लिक डोमेन में मौजूद हैं। मैं उन्‍हीं जवाबों को स्‍क्रीन पर ला रहा हूं। हमने ‘मुंबई डायरीज 26/11’ को मुंबई के लाइव लोकेशनों पर शूट किया। खासकर उन लोकेशनों पर जहां आतंकी हमले हुए थे। हमने लियोपोल्‍ड कैफे, मैट्रो जंक्‍शन, गेटवे ऑफ इंडिया, कोलाबा की गलियां, ताज होटल के बाहर जैसे कई इलाकों में शूट किया है।”

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here