नगर मुख्यालय की ग्राम पंचायत पांढरवानी में कार्यरत कर्मचारी शकील खान को २६ मई को लालबर्रा थाने के दो पुलिसकर्मियों ने पंचायत से जबदरस्ती सट्टा-पट्टी लिखने का झूठा आरोप लगाकर उसके साथ मारपीट कर छोडऩे के लिए २० हजार रूपये की मांग किये थे एवं रूपये नही देने पर मामला कायम किया गया था। जिसके बाद पंचायतकर्मी शकील खान अपने परिजनों, सदर वक्फ अंजुमन इस्लामिया कमेटी लालबर्रा अध्यक्ष, ग्राम पंचायत अमोली उपसरपंच अफसर कुरैशी,पांढरवानी सरपंच अनीस खान के साथ २७ मई को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय डाबर को पुलिसकर्मियों के द्वारा झूठी कार्यवाही करने की शिकायत कर मारपीट करने वाले प्रधान आरक्षक गजेन्द्र पडवार, आरक्षक आशुतोष राजपूत, मनोज गुर्जर पर कार्यवाही करने की मांग की थी एवं उक्त पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही नही होने पर विरोध प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी थी। २९ मई को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने पंचायत कर्मचारी के साथ मारपीट कर झूठी कार्यवाही किये जाने के आरोप में लालबर्रा थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक गजेन्द्र पडवार, आरक्षक आशुतोष राजपूत, मनोज गुर्जर पर कार्यवाही करते हुए लाईन अटैच कर दिया है।
यह है मामला
ग्राम पंचायत पांढरवानी लालबर्रा में १८ वर्षों से कार्यरत कर्मचारी शकील कुरैशी बिजली बिल, नल कनेक्शन सहित अन्य कार्य करते आ रहा है, जो २६ मई को दोपहर में बिजली बिल जमा करने का कार्य कर रहा था तभी दो पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में पहुंचे और उससे मोबाईल मांगकर उसे जबरदस्ती थाना लेकर जाने लगे जिस पर शकील ने उनसे कहा कि मुझे जबरदस्ती लेकर क्यों जा रहे हो परन्तु आरक्षक आशुतोष राजपूत, मनोज गुर्जर उसकी बात न सुनते हुए सीधे थाना लेकर गये जहां उन्होने उसे सट्टा-पट्टी लिखता है कहकर उसके साथ गंदी गाली-गलौच एवं मारपीट किये एवं पूर्व में जो लोग सट्टा लिखाते है उनका नाम लेने के लिए दबाव बनाये। इस दौरान पंचायत कर्मी ने पुलिसकर्मियों को बताया कि मेरे द्वारा सिर्फ पंचायत में बिल जमा करने सहित अन्य पंचायती कार्य किया जाता है परन्तु उन्होने उसकी कुछ नही सूने और थाने में प्रधानआरक्षक गजेन्द्र पडवार, आरक्षक आशुतोष राजपूत, मनोज गुर्जर ने उसके साथ बदसूलकी करते हुए मारपीट किया। जिसकी जानकारी लगने के बाद शकील की पत्नि थाना पहुंची जो पुलिसकर्मियों ने उसे छोडऩे के लिए २० हजार रूपये की मांग भी किये परन्तु २० हजार रूपये नही देने पर शकील के खिलाफ मामला पंजीबध्द कर कार्यवाही की गई परन्तु जब मामले की जांच की गई तो शकील कुरैशी निर्दोश पाया गया। वहीं ग्राम पंचायत पांढरवानी से पंचायतकर्मी शकील खान को जबरदस्त सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मी थाना ले जाने का वीडिय़ों सीसीटीव्ही कैमरा में कैद हो गया है।
परिजनों ने की थी पुलिस अधीक्षक से शिकायत
पुलिस कर्मचारियों के द्वारा पंचायत कर्मी पर झूठे आरोप लगाने व जबरदस्ती जुर्म कबूल करवाने के लिए बेरहमी से मारपीट की शिकायत पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से ७ मई को किया था और तीनों पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्यवाही करने की मांग की थी। जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री डाबर ने पीडि़तजनों को आश्वास्त किया था कि मामले की जांच कर कार्यवाही की जायेगी। जिसके बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए शिकायत सही पाये जाने पर तीनों पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही करते हुए लाईन अटैच कर दिया है।
दूरभाष पर चर्चा में ग्राम पंचायत पांढरवानी सरपंच अनीस खान ने बताया कि २६ मई को पंचायत का कर्मचारी शकील खान अपना शासकीय कार्य कर रहा था तभी दो पुलिसकर्मी पंचायत पहुंचकर उसेे सट्टा-पट्टी लिखता है कहकर जबरदस्ती थाना ले कर गये और उसके साथ मारपीट कर झूठी कार्यवाही की है एवं पंचायत से लेने जाने का सीटीव्ही कैमरे के फुटेज भी है जिसमें दिखाई भी दे रहा है कि उसे जबरदस्ती लेकर जा रहे है। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को थाना प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मियों की शिकायत कर उन पर कार्यवाही करने की मांग की गई थी परन्तु जानकारी मिल रही है कि तीन पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की गई है जबकि यह सब थाना प्रभारी के संरक्षण में हो रहा है तो थाना प्रभारी पर भी कार्यवाही होना चाहिए, नही होने पर पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को थाना प्रभारी पर कार्यवाही करने की मांग की जायेगी।
दूरभाष पर चर्चा में थाना प्रभारी अमित भावसार ने बताया कि पंचायतकर्मी के साथ कोई मारपीट नही की गई है, पुलिस अधीक्षक कार्यालय से पत्र जारी हुआ है जिसमें प्रधान आरक्षक गजेन्द्र पडवार, आरक्षक आशुतोष राजपूत, मनोज गुर्जर का स्थानांतरण किया गया है जिनका थाने से रिलीव की कार्यवाही जारी है।