वर्षों से लंबित अपनी 6 सूत्री मांगे पूरी ना होने से पंचायत मेंट महासंघ प्रदेश सरकार से काफी नाराज हैं। जिन्होंने सोमवार को बूढ़ी रोड स्थित भारतीय मजदूर संघ कार्यालय में एक आवश्यक बैठक का आयोजन कर अपनी विभिन्न मांगो को लेकर ज्ञापन सौपने और काम बंद कर हड़ताल किए जाने का निर्णय लिया हैं.वही आयोजित बैठक के दौरान उन्होंने पंचायत मेटो के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए उपाध्यक्ष के रिक्त प?े पद पर 2 सदस्यों की नियुक्ति की जिसमे श्रीमती नीतू डहरवाल, और धुर्वन्ति यादव को उपाध्यक्ष पद की कमान सौपते हुए आंदोलन की रणनीति पर विचार विमर्श किया. जिसमें उन्होंने प्रदेश के समस्त मेटों को नियमित करने, समस्त मेटो को मानदेय का भुगतान कलेक्टर दर से किए जाने, 40 श्रमिकों के पीछे एक मेट वाले बंधन को समाप्त करने, 12 महीने काम देने, मेटो को कार्य से बंद ना करने और पंचायत के कार्य कर रहे सभी मेटों को पूर्ण मानदेय का भुगतान किए जाने की मांग की है।वहीं उन्होंने उनकी समस्त मांगे पूरी ना होने पर जिला स्तर पर आम सभा का आयोजन कर, रैली निकालकर संगठन की इन मांगो पर पहले शासन प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराने की बात कही, उसके बाद भी संगठन की मांग पूरी ना होने पर आगामी समय में मेट महासंघ द्वारा उग्र आंदोलन किए जाने की चेतावनी दी है।इस दौरान जिला मेट महासंघ अध्यक्ष चुन्नीलाल पारधी, महामंत्री राहुल नागवंशी, हेमराज बाहे, अनीता रहांगडाले, नीतू डहरवाल, संतोष टेकाम ,भोजराज पंचतिलक, रेखलाल सोनकर, संजय बिसेन, प्रदीप गणवीर सुनील डोंगरे,धुर्वन्ति यादव चंन्नुलाल तुमने,विकेंद्र राहंगडाले, महेश राणा, दीपमाला मेश्राम, अंजिल निकोसे, लेकचंद सोनगड़े,नेमीचंद पटले, सराजू प्रताप सिंह गौतम,ज्योति पंन्द्रे, राजेश्वरी उईके, ममता मालाधारी नीलिया यादव, नरेंद्र सिंह मेरावी, मनोज कटरे,अजय कुमार उईके,अशोक राहंगडाले, और दुर्गा प्रसाद राहंगडाले सहित अन्य पदाधिकारी सदस्य प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
तो उग्र आंदोलन किया जाएगा- चुन्नीलाल पारधी
आयोजित इस बैठक को लेकर की गई चर्चा के दौरान पंचायत मेट महासंघ जिला अध्यक्ष चुन्नीलाल पारधी ने बताया कि आज पंचायत में काम कर रहे मेटो को मजदूरों के बराबर 204रु प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय दिया जा रहा है.जबकि हमें कलेक्टर दर से 368रु प्रति दिन के हिसाब से मानदेय मिलना चाहिए. इसके अलावा अभी पंचायतों में मेटो को निकालने की कार्य योजना बनाई जा रही है. यदि किसी भी पंचायत मे किसी भी मेट को निकाला, तो हम जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे रैली निकाल कर ज्ञापन सौपेंगे और इसका विरोध करेंगे. इसके अलावा हमारी अन्य मांगे हैं जिसको लेकर आज चर्चा की गई है.यदि हमारी मांगे जल्द से जल्द पूरी नहीं की जाती तो फिर प्रदेश सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी तमाम जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।