प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पंडित जसराज सांस्कृतिक फाउंडेशन का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि आज पंडित जसराज जी की पुण्य अवसर है। इस दिन पंडित जसराज कल्चरल फाउंडेशन की स्थापना के इस अभिनव कार्य के लिए मैं बधाई देता हूं। विशेष रूप से मैं दुर्गा जसराज जी और पंडित सारंगदेव जी को शुभकामनाएं देता हूं। पीएम मोदी ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि उनकी शास्त्रीय विरासत को आप सब आगे बढ़ा रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि संगीत एक ऐसा माध्यम है, जो हमें सांसारिक कर्तव्यों का बोध कराता है। सांसारिक मोह से भी मुक्ति भी कराता है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘संगीत की खासियत भी यही है कि आप उसे छू भले ही नहीं सकते, लेकिन वो अनंत तक गूंजता रहता है।’ उन्होंने कहा कि संगीत एक गूढ़ विषय है। मैं इसका बहुत जानकार नहीं हू। हमारे ऋषियों ने स्वर और नाद को लेकर जितना व्यापक ज्ञान दिया। वो अद्भुत है।
पीएम मोदी ने कहा कि पंडित जसराज कल्चरल फाउंडेशन का प्राथमिक उद्देश्य भारत की राष्ट्रीय विरासत कला, संस्कृति की रक्षा करना और इसका विकास और प्रचार करना होगा। मुझे जानकर अच्छा लगा कि ये फाउंडेशन उभरते हुए कलाकारों को सहयोग देगा और आर्थिक रूप सक्षम बनने के लिए प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि जब टेक्नोलॉजी का प्रभाव हर क्षेत्र में है, तो संगीत के क्षेत्र में भी टेक्नोलॉजी और आईटी का रिवॉल्यूशन होना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा, ‘देश में ऐसे स्टार्ट अप तैयार हों जो पूरी तरह संगीत को डेडिकेटेड हों, भारतीय वाद्य यंत्रों पर आधारित हों, भारत के संगीत की परंपराओं पर आधारित हों। उन्होंने आगे कहा कि काशी जैसे अपनी कला और संस्कृति के केन्द्रों का पुनर्जागरण कर रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण और प्रकृति प्रेम को लेकर हमारी जो आस्था रही है।