अग्रसेन महासभा की मेजबानी में शनिवार की शाम बायपास स्थित होटल गोल्डन लीव्स के सभागृह में मुंबई, पुणे, दिल्ली, मेऱठ, आगरा से आए लगभग सवा सौ जाने-माने कलाकारों ने अपनी रंगारंग प्रस्तुतियों से ऐसा समा बांधा कि शुभ षष्टि परिणयोत्सव में आए 61 ऐसे युगल भी खुद को थिरकने से नहीं रोक पाए, जिनके विवाह के 60 वर्ष पूरो हो चुके हैं। देशभर से आए इन युगलों के फिर से ब्याह रचाने के इस उत्सव को देश के जाने-माने पत्रकार रजत शर्मा ने भी अपनी शुभकामनाएं दीं और स्वयं होटल पधारकर इस उत्सव का आनंद लिया। अ.भा. अग्रवाल वैश्य महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री गोपाल मोर ने भी इस उत्सव में पहुंचकर कहा कि बुजुर्गों के प्रति सम्मान और वृद्धाश्रम की प्रवृत्ति को निरुत्साहित करने की दिशा में यह आयोजन मील का पत्थर साबित होगा। इसके पूर्व दोपहर में इन युगलों को उनके ही नाती-पोते और बेटा-बहू ने अपने हाथों से मेहंदी लगाकर दूल्हे के लिबास में तैयार किया।
देश में पहली बार हो रहे अपने किस्म के इस अनूठे परिणयोत्सव में देश के 8 राज्यों के विभिन्न शहरों के 61 युगल शामिल हुए हैं। शनिवार को सुबह मेहंदी की शुरुआत ही इतने आत्मीय माहौल में हुई कि 80 और 90 वर्ष की आयु वाले दम्पति भी अपने हाथों में एक-दूसरे का नाम लिखी मेहंदी लगाने में उत्साह से जुटे रहे। इस बीच पुराने फिल्मी गीतों पर नाच-गाना भी शुरू हो गया, जिसमें इन युगलों के बेटा-बहू, बेटी-दामाद और नाती-पोते भी नाच उठे। आयोजन के प्रमुख मार्गदर्शक प्रेमचंद गोयल, प्रमुख संयोजक मोहनलाल बंसल, अध्यक्ष जगदीश बाबाश्री एवं अरुण आष्टावाले ने बताया कि वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा के साथ डॉ. भरत अग्रवाल भी इस उत्सव के साक्षी बने। संध्या को लगभग 125 कलाकारों ने कार्यक्रम संयोजक जीतू गोयल की परिकल्पना को मूर्त रूप देते हुए शादी थीम पर आधारित फिल्मी गीतों के माध्यम से इन युगलों के अब तक के सफर की मनोरंजक दास्तां प्रस्तुत की। जैसे ‘तेरे घर आया मैं आया तुझको लेने’…. ‘ मेहंदी लगाके रखना ’…, ‘ शायद मेरी शादी का ख्याल..’, ‘ शादी के लिए रजामंद कर ली’…, ‘आज मेरे यार की शादी है ’…, और सबसे अंत में ‘ सात फेरों में सात वचन ’… जैसे गीतों से जवानी से लेकर ब्याह तक की यात्रा को नाचते-गाते हुए प्रस्तुत किया। सबसे अंत में ‘ आज हमारे दिल में अजब ये उलझन है’… की प्रस्तुति ने सभागृह में मौजूद समधनों को भी शरमाने पर बाध्य कर दिया। हंसी-खुशी और चुहलबाजी के बीच मुंबई के नागेश कुमार ने सांईबाबा पर, राजकपूर, जानी लीवर और मेहमूद के गाए गीतों पर अपनी प्रस्तुतियां दीं। दक्षिण की अभिनेत्री तेजश्री ने भी हिन्दी फिल्मों पर नृत्य किए। सलमान खान और माधुरी दीक्षित की फिल्मों के गीतों पर भी नृत्य हुए। इस उत्सव के सूत्रधार मोहनलाल बंसल ने भी अपनी पत्नी और दोनों बेटों, बद्री एवं राजेश तथा परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर इस महफिल में चार चांद लगा दिए। अतिथियों का स्वागत महासभा के महामंत्री अखिलेश गोयल, प्रमोद बिंदल, कैलाश नारायण बंसल, अजय आलूवाले आदि ने किया।
:: आज सुबह हल्दी, साजनगोठ एवं शाम को अनूठा चल समारोह ::
रविवार 23 अप्रैल को सुबह 11 बजे सभी बुजुर्ग दूल्हा-दुल्हनों को उनके परिजन हल्दी लगाएंगे। इसके बाद सभी 61 युगल एक साथ बैठकर साजनगोठ में विवाह का भोजन करेंगे।दोपहर में 4.30 बजे सभी दूल्हा-दुल्हन विंटेज कार, बग्घियों और अन्य वाहनों पर सवार होकर होटल परिसर में बैंडबाजों, पंजाबी ढोल, छत्र-चंवर सहित अपना चल समारोह निकालेंगे। होटल पहुंचने पर सभी युगल अपने पितृ पुरुष महाराजा अग्रसेन को माल्यार्पण करेंगे। वृंदावन के महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद एवं उनकी सुशिष्या साध्वी कृष्णानंद के सानिध्य में सभी जोड़े इस अनूठे परिणयोत्सव के विश्व कीर्तिमान के साक्षी बनेंगे। इस मौके पर शानदार फायर शो का आयोजन भी होगा। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्डस की टीम आज से ही यहां पहुंच गई है। सामूहिक वरमाला के बाद इंडिया गॉट टैलेंट की विजेता रागिनी मक्खर भी इस मौके पर अपनी प्रस्तुति देंगी। शो स्टापर डांस ग्रुप द्वारा शादी की थीम पर प्रस्तुति के साथ इस उत्सव का समापन होगा। सोमवार, 24 अप्रैल की सुबह नाश्ते के बाद सभी युगल अपने-अपने नगर के लिए प्रस्थित हो जाएंगे।
उमेश/पीएम/22 अप्रैल 2023
संलग्न चित्र –
इन्दौर। अग्रसेन महासभा द्वारा आयोजित शुभ षष्टि परिणयोत्सव में दिल्ली से आए वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा भी पहुंचे। दूसरे चित्र में अपने बेटे-बेटियों और नाती-पोतियों के साथ नाचते-गाते बुजुर्ग दूल्हा-दुल्हन। अंतिम चित्र में मेहंदी रस्म के बाद हाथों में रची मेहंदी दिखाते 75 से 80 वर्ष की दुल्हनें।