सूत्रों के अनुसार पशु तस्करों का जाल छत्तीसगढ़ से लेकर उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ माना जाता है जिसमें शहडोल जिला एक कॉरिडोर और स्टॉपेज के रूप में इस्तेमाल होता आया है। शहडोल के संवेदनशील पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में सभी थानों में पशु तस्करी, मानव तस्करी एवं सभी प्रकार के अपराधों पर अंकुश लगाने का जमीनी प्रयास किया जा रहा है।
गोहपारू पुलिस की सक्रियता के कारण जिले में एक ऐसे मामले पर धरपकड़ की गई है जिसमें पुलिस को धोखा देने का एक बड़ा खेल पशु तस्करों द्वारा खेला गया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार मवेशियों से भरे ट्रक मे डुप्लीकेट नंबर प्लेट लगाकर पशु तस्करी की जा रही थी। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर उक्त वाहन को खड़ा करवाया जिसमें 26 नग मवेशी बरामद हुई है पशुओं को ठूस-ठूस कर भरने के कारण एक मवेशी की ट्रक में ही मौत हो गई । जिस पर गोहपारू थाना प्रभारी द्वारा संवेदनशीलता दिखाते हुए पूर्ण सम्मान के साथ उक्त मृत मवेशी को जेसीबी के माध्यम से दफनाया गया। वहीं पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी अमित सिंह निवासी सिविल लाइन सतना ,नीरज केवट निवासी कोतमा ,तेजभान मिश्रा लेदरा उक्त आरोपियों के ऊपर भारतीय दंड विधान की धारा 420 467 429 34 पशु क्रूरता अधिनियम शाखा मध्य प्रदेश, पशु संरक्षण अधिनियम ,पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है।