बालाघाट(पद्मेश न्यूज़)। नगर के डेंजर रोड पर बायपास बनाने की तमाम अटकलें दूर हुए लम्बा समय बीत चुका है बावजूद इसके भी डेंजर रोड पर बायपास बनाने का सपना अब भी अधूरा है। जो तय समय पर पूरा होना नामुमकिन नजर आ रहा है। कछुआ गति से चल रहे बायपास निर्माण कार्य के चलते नगर वासियों को बायपास के लिए लंबे समय तक का इंतजार करना पड़ सकता है।क्योंकि आपत्तियों के चलते बायपास निर्माण का कार्य करीब 2 वर्ष बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है।वही बारिश के चलते लम्बे समय से बायपास निर्माण का कार्य बंद पड़ा है ऐसे मे अब 2023 तक नगर वासियों को बाईपास की सौगात मिलने के आसार नजर आ रहे हैं क्योंकि बायपास निर्माण के लिए सड़क किनारे लगे 450 पेड़ काटने के बाद अब सड़क चौड़ीकरण सहित अन्य कार्य अधूरे पड़े है तो वही यह बनाई जा रही सड़क पहली ही बारिश उखड़ती नजर आ रही है. इसके अलावा हाल ही मे बनाई गईं पुलिया का बेस भी पहली बारिश मे टूट चुका है. ऐसे मे इस कार्य की गुणवकता पर सवाल उठने लगे है. जिसको लेकर आम राहगीरों ने अपनी नाराजगी जताते हुए गुणवत्ता के साथ कार्य मे गति लाने और जल्द से जल्द बायपास निर्माण का कार्य पूरा कर इस मार्ग से बड़े वाहनों की आवाजाही शुरू कराने की मांग की है।
आपत्तियों के चलते अटका था कार्य
आपको बताएं कि डेंजर रोड से बायपास का निर्माण कराए जाने की मांग पिछले कई वर्षों से चल रही है जहां वर्ष 2020 में बायपास बनाने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा सर्वे कराया गया था और वहां बायपास का निर्माण दिसंबर माह तक पूरा हो जाने की बात कही जा रही थी लेकिन बायपास की प्रक्रिया शुरू होने के पहले ही पर्यावरण प्रेमियों,विभिन्न सामाजिक व राजनीतिक संगठनों द्वारा इसका विरोध किया गया था। चिपको आंदोलन सहित पेड़ बचाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाए गए थे वहीं डेंजर रोड़ से बायपास का निर्माण ना कराए जाने को लेकर जगह-जगह आपत्ति लगाई गई थी जिसके चलते वर्ष 2020 में बनकर तैयार होने वाला बायपास का कार्य रोक दिया गया था. लेकिन परमिशन मिलने के बाद करीब 3 माह तक बायपास के पेड़ों की कटाई चलती रही।वही वर्तमान समय मे इसका निर्माण कार्य कछुआ गति से चल रहा है। मतलब साफ है कि बायपास का इंतजार करने वाले नगर वासियो अब 2023 तक का इंतजार करना पड़ सकता है।
ये प्रकिया पूरा करने लगेगा लम्बा समय
बायपास के विकल्प के रुप में करीब 4 करोड़ की लागत से डेंजर रोडसड़क का चौड़ीकरण कार्य किया जा रहा है। चौड़ीकरण के तहत 5.30 मीटर में सड़क का डामरीकरण किया जाना है।वही डेढ़-डेढ़ मीटर के साइड सोल्डर बनाए जा रहे है। इस तरह कुल 8.30 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण किया जाना है. बताया जा रहा है कि वैनगंगा नदी के बड़े पुल से लेकर जागपुर घाट तक करीब 3.20 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य किया जाएगा। इस कार्य के पूर्ण होने के बाद नवेगांव से वाहन सीधे वैनगंगा नदी के बड़े पुल पर निकलेगे। जिससे शहरीक्षेत्र के अंदर प्रवेश करने वाले वाहनों की धमाचौकड़ी कम हो सकेगी और यातायात भी व्यवस्थित हो सकेगा,लेकिन कार्य की धीमी रफ्तार के कारण इसके लिए जिलेवासियों को इंतजार करना पड़ेगा।और यह पूरी प्रकिया दिसम्बर 2022 तक पूरी होना नामुमकिन लग है।
हमारी उम्मीदों के मुताबिक रोड नहीं बनी है-निखिल ठाकरे
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान राहगीर निखिल ठाकरे ने बताया कि डेंजर रोड खराब है, कुछ जगह पर रोड अच्छी बनी है और कुछ जगह पर रोड खराब हो चुकी है,बारिश में गड्ढे हो गए हैं जबकि अभी बारिश होना और शेष है. पता नहीं रोड बचेगी या नहीं. हमारी उम्मीदों के मुताबिक रोड नहीं बनी है कम से कम 5 साल चलना चाहिए, ऐसी रोड बनाना चाहिए लेकिन इसे देख कर लग रहा है कि यह रोड महज 6माह चलेगी, वही कार्य की गति देखकर ऐसा नहीं लगता कि इस वर्ष कार्य कंप्लीट हो पाएगा.
रोड को अच्छे से नहीं बनाया गया है-गणेश गुर्जर
वही मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान एक अन्य राहगीर गणेश कुमार गुर्जर ने बताया कि रोड पूरी कंप्लीट भी नहीं हुई है और काम बंद हो गया है रोड को अच्छे से नहीं बनाया गया है जबकि यह एक प्रमुख रोड है तो यह चकाचक बननी चाहिए. जब से काम शुरू हुआ था तब से लेकर अब तक तो रोड कंप्लीट हो जाना था लेकिन अब तक यह कार्य अधूरा पड़ा है।
अधिकारी नहीं उठाते फोन
वहीं इस पूरे मामले को लेकर जब हमने पीडब्लूडी एसडीओ से संपर्क करना चाहा, तो लाख जतन के बावजूद भी उनसे संपर्क नहीं हो सका. जहां वे अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं मिले, तो वही पीडब्ल्यूडी एसडीओ मनीष ठाकुर से दूरभाष पर भी संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।