पाकिस्तान की आसमा शफीक ने कीव में भारतीय दूतावास और प्रधानमंत्रा नरेंद्र मोदी को उन्हें निकालने के लिए धन्यवाद दिया। उसे भारतीय अधिकारियों ने बचाया था। आसमा देश के बाहर निकलने के लिए यूक्रेन के रास्ते में हैं। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी छात्रा जल्द ही अपने परिवार के साथ फिर से मिल जाएगी।
मुश्किल परिस्थियों में बचाया
भारतीय अधिकारियों द्वारा बचाए जाने पर आसमा शफीक ने भारतीय दूतावास और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया। कहा कि मैं कीव स्थित भारतीय दूतावास का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं। जिसने बेहद मुश्किल परिस्थितियों में फंसे लोगों को बचाया। मैं सहायता के लिए भारत के प्रधानमंत्री को भी धन्यवाद देना चाहूंगी। भारतीय दूतावास की वजह से हम लोग सुरक्षित घर पहुंच पाएंगे !
अन्य देशों के नागरिकों की मदद
यह पहला मौका नहीं है। जब भारत ने विदेशी नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। विदेश मंत्रालय के अनुसार इससे पहले एक बांग्लादेशी व एक नेपाली नागरिक को भी युद्धग्रस्त देश से बाहर निकाला गया है। द काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक नेपाली नागरिक रोशन झा ने उनके समर्थन के लिए भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया था।
यूक्रेनी सांसद ने कहीं ये बात
इधर यूक्रेनी सांसद शिवतोस्लाव युराश ने एएनआई से बातचीत की। शांति स्थापित करने की चर्चा पर कहा कि रूस पर निर्भर करता है। अगर उन्होंने आक्रामकता जारी रखने का फैसला किया, तो हम लड़ाई जारी रखेंगे। हम अपने मौलिक अधिकारों को सुरक्षित रखना चाहते हैं जिनकी हमारे पूर्वजों ने रक्षा की। उन्होंने कहा कि जहां तक पश्चिम से संबंध की बात है हमें बहुत सहायता मिली है। हम इसके लिए आभारी हैं, लेकिन फिर से कुछ भी पर्याप्त नहीं है।