जिला मुख्यालय सहित अन्य ग्रामीण अंचलों में पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश और विभिन्न नदियों में आई बाढ़ ने जिले भर में जमकर कहर बरपाया है. जिसका सबसे ज्यादा असर ग्रामीण अंचलों में देखने को मिल रहा है. जिले सहित संपूर्ण प्रदेश में हुई इस मूसलाधार बारिश ने जहां आम जनजीवन को प्रभावित कर दिया है, तो वही मूसलाधार बारिश के चलते जिले भर के सभी नदी नाले उफान पर हैं. जिसके कारण नदी नालों में बने पुल पुलिया से पानी का तेज बहाव होने के चलते कई पुल पुलिया क्षतिग्रस्त हो चुकी है, तो वहीं पुल पुलिया टूट चुकी है, इसके आलावा अलावा विभिन्न पुल पुलिया और गांवो को जोड़ने वाली सडके पानी में बह चुकी है.जिससे कई गांव का संपर्क एक दूसरे से नहीं हो पा रहा है.जिससे स्थानीय लोग अपने गांव में ही कैद होने के लिए मजबूर हैं.
ताजा मामला जिला मुख्यालय से करीब 65 किलोमीटर दूर चांगोटोला क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अर्नामेटा पंचायत का है. जहाँ नाले पर बनी पुलिया और सड़क पानी के तेज बहाव में टूटकर बह गईं है. जिससे कई गांवों का संपर्क एक दूसरे से टूट चुका है. बताया जा रहा है कि साल भर पूर्व ही पंचायत द्वारा इस पुलिया की मरम्मत का कार्य कराया गया था जो पहली ही बारिश में टूटने की वजह से स्थानीय लोगों को आवागमन करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. तो वहीं कई गांव का एक दूसरे से संपर्क नहीं हो पा रहा है.जहां अर्नामेटा पुलिया और सड़क पानी में बहने के चलते गांव के लोग गांव में ही कैद होने को मजबूर है तो वहीं बहुत अधिक आवश्यक काम होने पर स्थानीय लोगों को कई किलोमीटर घूम कर आवागमन करना पड़ रहा है.
इस पूरे मामले को लेकर दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान ग्राम पंचायत अर्नामेटा नवनिर्वाचित सरपंच भादोलाल उइके ने बताया कि पिछले साल पंचायत द्वारा उक्त नाले की पुलिया की मरम्मत की गई थी, जो पहली ही बारिश में टूट चुकी है. वहीं पुलिया को जोड़ने वाली सड़क भी इस बारिश में बह गई है. जिससे लोगों को आवागमन करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.उन्होंने बताया कि सड़क पुलिया टूटने की वजह से बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं और पिछले तीन-चार दिनों से ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जिस पर जिला प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है.