पानी के तेज बहाव से पुल व सड़क हुई क्षतिग्रस्त

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नगर मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्र में गत दिवस हुई अनवरत बारिश से आई बाढ़ के कारण कई पुल, पुलिया के सड़क फुटने व बहने के साथ ही क्षतिग्रस्त हो चुकी है जिसके कारण ग्रामीणजनों का संपर्क टूट चुका है और आवागमन करने में ग्रामीणजनों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह नगर मुख्यालय से लगभग ७ किमी. दूर ग्राम मुरलीखाम से पंढरापानी पहुंच मार्ग के बीच स्थित पुल क्षतिग्रस्त होने के साथ ही सड़क गत दिवस हुई बारिश के कारण बह चुकी है जिसके कारण मुरलीखाम व पंढरापानी पहुंच मार्ग से संपर्क टूट चुका है। क्षतिग्रस्त पुल के ऊपर से किसान व ग्रामीणजन जान जोखिम में डालकर पुल पार कर रहे है इस दौरान पानी का तेज बहाव बनता है तो वे अनियंत्रित होते है तो दुर्घटनाएं भी घटित हो सकती है साथ ही ८ दिनों से क्षतिग्रस्त हुए पुल व सड़क की ओर किसी भी जनप्रतिनिधि व प्रशासन का कोई ध्यान नही है जिससे ग्रामीणजनों में आक्रोश व्याप्त है। विदित हो कि विगत वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क विभाग के द्वारा मुरलीखाम से पंढरापानी सड़क के साथ पुल का निर्माण किया गया था परन्तु १५ दिन पुर्व बाढ़ आने से पुल के नीचे की मिट्टी धसकने से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी जिसका मरम्मत कार्य करवाया गया था उसके बाद आवागमन प्रारंभ हो गया था परन्तु गत दिवस हुई दो दिनों की अनवरत बारिश के कारण नाले में बाढ़ आने से पुल क्षतिग्रस्त होने के साथ ही सड़क बह चुकी है। जिसके कारण ग्रामीणजनों का संपर्क टूट चुका है एवं पुल के क्षतिग्रस्त होने से किसानों को रोपाई कार्य करने के लिए भी खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि अधिकांश किसानों की खेती नाले के आर-पार है और पुल व सड़क क्षतिग्रस्त होने से कृषि कार्य भी प्रभावित हो रहा है। चर्चा में ग्रामीणजनों ने बताया कि गत दिवस हुई अनवरत बारिश से नाले में बाढ़ आने से मुरलीखाम से पंढरापानी पहुंच मार्ग का पुल क्षतिग्रस्त होने के साथ ही सड़क बह चुकी है और पुल व सड़क के बीच में गहरा गड्डा बन जाने के कारण पुल से अलग से पानी बहने की धार बन चुकी है और पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण स्कूली बज्चें व ग्रामीणजन ५ किमी. की अधिक दूरी तय कर लालबर्रा मुख्यालय से आना- जाना पड़ रहा है। आगे बताया कि पंढरापानी के किसानों की खेती मुरलीखाम व मुरलीखाम के किसानों की खेती पंढरापानी की ओर है परन्तु पुल व सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण किसानों को रोपाई कार्य करने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जिसके कारण कृषि कार्य भी प्रभावित हो रहा है साथ ही यह भी बताया कि पुल पार करते समय दुर्घटनाएं भी घटित हो सकती है और पुल क्षतिग्रस्त हुए ८ दिन हो गये है परन्तु इस ओर जनप्रतिनिधि व प्रशासन का कोई ध्यान नही है जिससे ग्रामीणजनों में आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणजनों ने नवीन पुल का निर्माण करवाने की मांग शासन-प्रशासन से की है।
आवागमन में हो रही है परेशानी – हिसाबू
हिसानगपुरा निवासी हिसाबू दीवान ने बताया कि नाले में बाढ़ आने के कारण पुल व सड़क क्षतिग्रस्त होने के साथ ही पुल के नीचे की मिट्टी धसकने से लगभग १० फीट गहरा गड्डा हो चुका है जिसके कारण स्कूली बच्चें,  ग्रामीणजनों व किसानों को आने-जाने में खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। श्री दीवान ने बताया कि पंढरापानी में हमारी खेती है और रोपाई कार्य जारी है परन्तु पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण २-३ किमी. की अधिक दुरी तय कर घुमकर कच्चे रास्ते से आना-जाना पड़ रहा है साथ ही यह भी बताया कि पंढरापानी के किसानों की खेती मुरलीखाम व मुरलीखाम के किसानों की खेती पंढरापानी में है एवं पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण रोपाई कार्य भी प्रभावित हुआ है साथ ही कुछ लोग जान जोखिम में डालकर पुल पार कर रहे है और पुल व सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण सबसे अधिक स्कूली बच्चे व किसानों को परेशानी हो रही है।

जल्द किया जाये सुधार कार्य –  तबरेज
पंढरापानी निवासी शेख तबरेज ने बताया कि विगत दिवस दो दिनों तक हुई अनवरत बारिश के कारण नाले में बाढ़ आने से मुरमीखाम से पंढरापानी पहुंच मार्ग स्थित पुल क्षतिग्रस्त होने के साथ ही सड़क बह चुकी है जिसके कारण स्कूली बच्चें व ग्रामीणजनों को लालबर्रा जाना है तो ५ किमी. की अधिक दूरी तय कर जाना पड़ रहा है साथ ही यह भी बताया कि अगर किसी की तबियत खराब हो जाये तो एम्बुलेंस भी नही आ पायेगी। श्री तबरेज ने बताया कि १५ दिवस पूर्व भी नाले में बाढ़ आने से पुल के एक साईड की मिट्टी धसकने से सड़क क्षतिग्रस्त हो चुकी थी जिसका मरम्मत कार्य करवाया गया था उसके बाद आवागमन शुरू हो गया था परन्तु गत दिवस  पुन: नाले में बाढ़ आने से सड़क पुल पास से फुट चुकी है व पुल क्षतिग्रस्त हो चुका है साथ ही क्षतिग्रस्त हुए ८ दिन बित चुके है परन्तु कोई जनप्रतिनिधि व प्रशासन के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे ग्रामीणजनेां में आक्रोश व्याप्त है और शासन-प्रशासन से मांग है कि जल्द पुल व सड़क का मरम्मत कार्य करवाये।
क्षतिग्रस्त पुल पार करते समय घटित हो सकती है दुर्घटना – सचिन
राहगीर सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि नाले में बाढ़ आने से पुल क्षतिग्रस्त हो गया है जिसके कारण जिस स्थान से पानी की निकासी होनी चाहिए वहां से न होकर अन्य स्थान से पानी की निकासी हो रही है जिससे मिट्टी का कटाव अधिक हो रहा है और यह पुल दिन ब दिन गहरा होते जा रहा है साथ ही अन्य मार्ग न होने के कारण पुल के आर-पार किसानों की खेती होने के कारण उन्हे कृषि कार्याें में भी बेहद परेशानी हो रही है और वे अपनी जान जोखिम में डालकर क्षतिग्रस्त पुल से बैल व कृषि कार्य की सामग्री लेकर पुल पार कर रहे है। श्रीवास्तव ने बताया कि क्षतिग्रस्त पुल व सड़क से आने-जाने के दौरान दुर्घटनाएं भी घटित हो सकती है इसलिए शासन-प्रशासन से मांग है कि जल्द मुरलीखाम से पंढरापानी पहुंच मार्ग स्थित क्षतिग्रस्त सड़क व पुल का मरम्मत कार्य करवाये।

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