पिता गिरफ्तार न हो इसलिए महिला ने की खुदकुशी:पिता ने बाल विवाह कराया था, असम पुलिस ने ऐसा करने वाले 2170 को गिरफ्तार किया

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असम में बाल विवाह के खिलाफ सरकार का एक्शन जारी है। राज्य में बाल विवाह में किसी भी तरह शामिल होने वाले 2170 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस बीच एक महिला के खुदकुशी करने का मामला सामने आ रहा है। सीमा खातून उर्फ खुशबू नाम की यह महिला जब नाबालिग थी, तो उसकी शादी करा दी गई थी। बाल विवाह कराने के लिए उसके पिता को गिरफ्तार न किया जाए, इसलिए शुक्रवार रात उसने पंखे से लटककर खुद को मार डाला।

दो साल पहले कोरोना में पति की मौत हुई, दो बच्चे भी हैं
घटना साउथ सालरमा-मंकाचर जिले की है। सीमा खातून के पति की दो साल पहले कोरोना के चलते मौत हो गई थी। इसके बाद से वह दो बच्चों के साथ अपने पिता के घर पर रह रही थी। जब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बाल विवाह के मामलों में कार्रवाई करने का आदेश दिया तो सीमा खातून ने अपनी जान दे दी।

राज्य में अब तक 2,170 गिरफ्तारियां, 4,074 केस रजिस्टर
असम पुलिस के प्रवक्ता और IG लॉ एंड ऑर्डर प्रसन्नता कुमार भुयान ने बताया कि बाल विवाह में किसी भी तरह शामिल होने वाले 2,170 लोगों को शनिवार तक गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार किए गए लोगों में 52 पुजारी और काजी शामिल हैं।

इस आंकड़े के बढ़ने की पूरी संभावना है। वहीं, असम पुलिस के DGP जीपी सिंह ने बताया कि राज्य के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में बाल-विवाह से संबंधित 4,074 केस रजिस्टर किए गए हैं। अब तक सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां धुबरी, बरपेटा, कोकराझर और विश्वनाथ जिले में हुई हैं।

एक रिपोर्ट सामने आने के बाद सरकार सख्त हुई
हाल ही में बाल विवाह को लेकर राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण की रिपोर्ट सामने आई थी। इसमें पता चला कि असम में मातृ-शिशु मृत्युदर सबसे अधिक है। इसकी बड़ी वजह बाल विवाह को बताया गया। रिपोर्ट के मुताबिक बाल विवाह के सबसे ज्यादा 370 मामले असम के धुबरी जिले में दर्ज हुए। वहीं, होजई में 255 और उदलगुरी में 235 केस, मोरीगांव में 224 और कोकराझार में 204 केस दर्ज किए गए हैं। दीमा हसाओ में 24, कछार में 35 और हैलाकांडी जिले में बाल विवाह का सिर्फ एक मामला दर्ज किया गया।

बाल-विवाह में लड़की प्रेग्नेंट हुई, तो पति पर POCSO के तहत केर्स दर्ज होगा
ये रिपोर्ट सामने आने के बाद जनवरी 2023 में सरकार ने कैबिनेट की बैठक में बाल विवाह के मामलों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने का फैसला किया था। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि अगर कोई बाल विवाह कार्यक्रम में शामिल होता है तो उसकी भी गिरफ्तारी होगी।

CM ने 2 फरवरी की सुबह ट्वीट कर बताया था कि राज्य में बाल विवाह के 4,004 मामले दर्ज किए गए हैं। जल्द ही इन पर कार्रवाई होगी। वहीं, अगर बाल विवाह करने के बाद लड़की मां बन जाती है तो उसके पति पर पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज होगा।

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