बालाघाट(पदमेश न्यूज़)।जिला मुख्यालय स्थित पुराने बस स्टैंड में रविवार को यात्री प्रतीक्षालय के पास उस वक्त हंगामा मच गया जब जब 2 जिलो की पुलिस ने घेराबंदी कर खतरनाक 02 गैंगस्टर को पकड़ लिया।जिनके पास से पुलिस ने पिस्टल और जिंदा कारतूस सहित अन्य समाग्री जप्त की है। उधर पुलिस की घेराबंदी और आरोपियो की धरकपड़ की कार्रवाई देख लोग कुछ देर के लिए हक्का-बक्का रह गए। इसमें एक नामी गैंगस्टर भी है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली पुलिस बालाघाट और सिवनी की बरघाट पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए दो युवकों को एक पिस्टल और 30 राउंड जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों रीवा और सीधी जिले से हैं, जिन पर कई गंभीर आरोप दर्ज हैं।
ख़तरनाक गैंगस्टर है पवन पाठक
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस कार्यवाही में पुलिस ने आरोपियों में अनुराग मिश्रा (22) जिला रीवा और पवन पाठक (43) निवासी साउथ करौदिया, जिला सीधी को गिरफ्तार किया हैं। हलाकि ईस कार्यवाही की पुष्टि पुलिस से नहीं हो पाई है। लेकिन सूत्र बताते हैं पवन पाठक देश का खतरनाक गैंगस्टर है, जिसे वर्ष 2022 में इंदौर पुलिस ने पकड़ा था। तब उसकी चार राज्यों की पुलिस को तलाश थी। सूत्रों के अनुसार, दोनों आरोपी धारा 307 के तहत दर्ज एक प्रकरण में फरार थे,
पिस्टल, 30 जिंदा कारतूस, 6 मोबाईल नगदी सहित अन्य समाग्री जप्त
पुलिस की गिरफ्त में आए दोनों आरोपियों के पास से पुलिस ने 01 पिस्टल, 06 मोबाइल, 01 सोने की चेन, 04 अंगूठी, ब्रेसलेट, 30 राउंड जिंदा कारतूस और करीब तीन हजार रुपये नगद जब्त किया है।
हिस्ट्रीशुटर है दोनों आरोपी, दोनो पर सुपारी फिरौती लूट डकैती सहित अन्य अपराध दर्ज है
सूत्रों के अनुसार, पुलिस के हत्थे चढ़े दोनों आरोपी हिस्ट्रीशीटर हैं। सूत्रों के अनुसार, आरोपित पवन पाठक शातिर अपराधी है। उस पर कई गंभीर प्रकरण दर्ज हैं। बताया गया कि पवन ‘सुपारी’ अथवा फिरौती लेकर अपराधों को अंजाम देता है। उस पर लूट, डकैती सहित अन्य अपराधों में 40 से अधिक प्रकरण दर्ज हैं। वहीं, आरोपित अनुराग मिश्रा पर भी लूट, डकैती जैसे करीब 15 अपराध दर्ज हैं। बताया गया कि दोनों रीवा में धारा 307 के तहत दर्ज एक प्रकरण में फरार थे, जिन्हें बालाघाट में गिरफ्तार किया गया है।
रीवा पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन चलाया जा रहा था सर्चिंग अभियान
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बालाघाट बस स्टैंड के यात्री प्रतीक्षालय से गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की धरपकड़ के लिए रीवा पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा था। इसमें सिवनी जिले की बरघाट पुलिस को आरोपी के भोपाल से भागकर बरघाट आने का पाइंट (सूचना) मिला था। इसके बाद बरघाट पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी बालाघाट आ रहे हैं।जहां की पुलिस ने कोतवाली पुलिस बालाघाट से संपर्क कर तत्काल आरोपितों की घेराबंदी कर धरपकड़ की योजना बनाई गई। बालाघाट साइबर पुलिस के सहयोग से कोतवाली और बरघाट पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में दोनों को बालाघाट के पुराने बस स्टैंड स्थित यात्री प्रतीक्षालय के पास से धरदबोचा गया। जो गोंदिया भागने की फिराक में थे।
भोपाल से भागकर बालाघाट आए थे आरोपी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों आरोपी भोपाल से बालाघाट पहुंचकर यात्री प्रतीक्षालय में बैठकर बस का इंतजार कर रहे थे। वह गोंदिया (महाराष्ट्र) जाने की तैयारी में थे। उनकी योजना गाेंदिया में छिपने की थी, लेकिन बालाघाट और बरघाट पुलिस की तत्परता ने उनके मंसूबों को विफल कर दिया। बताया जा रहा है की जल्द ही पुलिस इस पूरे मामले का खुलासा करेगी।