पीएम स्वनिधि योजना 2021: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 और अमृत 2.0 का शुभारंभ किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने देश में चलाई जा रहे स्वच्छता अभियान में जनता की भागीदारी की तारीफ की। साथ ही आह्वन किया कि स्वच्छता अभियान और कचरा मुक्ति के लेकर शहरों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ना चाहिए। इस दौरान पीएम ने मध्य प्रदेश के इंदौर की तारीफ की, जो लगातार देश में सबसे साफ-सुथरा शहर बना हुआ है। पीएम मोदी ने इस अवसर पर पीएम स्वनिधि योजना 2021 (PM Svanidhi Yojana 2021) का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, मुझे खुशी है कि देश के दो बड़े राज्य उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में सबसे ज़्यादा स्ट्रीट वेंडर्स को बैंकों से लोन दिया गया है।
बकौल पीएम मोदी, आज शहरी विकास से जुड़े इस कार्यक्रम में, मैं किसी भी शहर के सबसे अहम साथियों में से एक की चर्चा अवश्य करना चाहता हूं। ये साथी हैं हमारे रेहड़ी-पटरी वाले, ठेला चलाने वाले- स्ट्रीट वेंडर्स। इन लोगों के लिए पीएम स्वनिधि योजना, आशा की एक नई किरण बनकर आई है। पीएम मोदी की अपील की कि राज्यों के बीच स्पर्धा बढ़े, ताकि अधिक से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स को लाभ मिल सके।
बता दें, रेहड़ी-पटरी वालों के लिए पीएम स्वनिधि योजना वरदान साबित हुई है। योजना के अंतर्गत 50 लाख से अधिक रेहड़ी-पटरी वालों को 10,000 रुपये तक का सस्ता ऋण देने का लक्ष्य है। इस साल अगस्त तक 2,698.29 करोड़ रुपये के 27 लाख से अधिक सस्ते ऋण स्वीकृत हो चुके हैं। यूपी और एमपी में सबसे ज्यादा लोगों को फायदा हुआ है।
मालूम हो, पीएम स्वनिधि योजना के तहत अब तक आवेदक की औसत आयु 41 वर्ष है। पीएम स्वनिधि ऋण का अधिकतम हिस्सा पुरुषों ने 61 फीसदी और महिलाओं ने 39 फीसदी लिया है।
31 जनवरी 2021 तक इस योजना के तहत 125 बैंकों से ऋण दिया जा रहा था। इसमें सबसे बड़ा हिस्साभारतीय स्टेट बैंक (₹382.96 करोड़), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (₹171.23 करोड़), और बैंक ऑफ बड़ौदा (₹145.37 करोड़) का रहा। निजी क्षेत्र के बैंकों में कर्नाटक बैंक ने ₹3.23 करोड़ का वितरण किया, इसके बाद एचडीएफसी बैंक (₹1.65 करोड़) और आईसीआईसीआई बैंक (₹1.19 करोड़) का स्थान रहा।