बालाघाट(पदमेश न्यूज़)।
अगहन मास के पावन अवसर पर प्रतिवर्ष की भर्ती इस वर्ष भी नगर के पुराना श्री राम मंदिर में संगीतमय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन किया गया है।लगभग 20 वर्षों से चली आ रही इस परंपरा का निर्माण करते हुए इस वर्ष यह आयोजन 15 से 22 दिसंबर तक किया गया है। जिसमें कथा वाचक पंडित मधुरेश मिश्र द्वारा रोजाना ही विभिन्न प्रसंगों की संगीतमय प्रस्तुति दी जा रही है।आयोजन के चौथे दिन बुधवार 18 दिसंबर को रामचरित्र एवं श्री कृष्ण जन्म प्रसंग की संगीतमय प्रस्तुति दी गई। जिसमें श्रद्धालु भक्तगण झूमते गाते नजर आए।बताया जा रहा है कि 22 दिसंबर को गीता सार, हवन, यज्ञ, पूर्णाहुति, एवं महाप्रसाद वितरण के साथ आयोजित इस संगीतमय श्री भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह कथा वाचन का समापन किया जाएगा।
रोजाना ही विभिन्न प्रसंगों की दी जा रही प्रस्तुति
नगर के पुराना श्री राम मंदिर प्रांगण में आयोजित इस संगीत में श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह कथा प्रवचन के दौरान 15 दिसंबर से रोजाना ही विभिन्न प्रसंगों की प्रस्तुति दी जा रही है।जिसमें 15 दिसंबर रविवार कोशुकदेव जन्म, परीक्षित जन्म, हिरण्याक्ष वध का वर्णन किया गया।तो वही 16 दिसंबर सोमवार को ध्रुव चरित्र, जड़ भरत, आख्यान प्रसंग की प्रस्तुति दी गई।इसके उपरांत 17 दिसंबर मंगलवार को प्रहलाद चरित्र, गजेन्द्र मोक्ष, समुद्र मंथन, आज 18 दिसंबर रामचरित एवं श्री कृष्ण जन्म प्रसंग का संगीत में वाचन किया गया। बताया जा रहा है कि आज 19 दिसंबर गुरुवार को बाललीला, कंस वध,गोवर्धन पूजा, रुकमणी विवाह 20 दिसंबर शुक्रवार को जरासन्ध वध, शिशुपाल वध, सुदामा चरित्र, 21 दिसंबर शनिवार को – परीक्षित मोक्ष का वाचन कर अंतिम दिन 22 दिसंबर रविवार को गीता सार, हवन यज्ञ पूर्णाहुति एवं महाप्रसाद वितरण वितरण कर आयोजित इस संगीतमय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह कथा प्रवचन का समापन किया जाएगा
20 वर्षों से अधिक समय से चली आ रही परंपरा- मधुरेश मिश्र
आयोजन को लेकर की गई चर्चा के दौरान पुराना श्री राम मंदिर के पुजारी पंडित मधुरेश मिश्र ने बताया कि अगहन मास के पावन अवसर पर प्रतिवर्ष पर पुराना श्री राम मंदिर प्रांगण में संगीतमय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह कथा प्रवचन का आयोजन किया जाता है।यह परंपरा 20 वर्ष से अधिक समय से चली आ रही है जो अब भी जारी है ।उन्होंने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा एवं श्री राम कथा श्रवण से वंश वृद्धि, लक्ष्मी प्राप्ति, व्यापार, मान-सम्मान एवं सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। वर्ष में मंदिर में दो विशाल आयोजन श्री राम कथा एवं भागवत कथा के हमेशा हो रहे हैं उन्होंने आगामी 22 दिसंबर तक रोजाना आयोजित होने वाले विभिन्न प्रसंगों में उपस्थित की अपील श्रद्धालु भक्तों से की है।