पुलिस मुठभेड़ में मारे गए नक्सली रूपेश का शव लेके गए परिजन

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बीते रविवार की सुबह हॉकफोर्स और जिला बल ने मलाजखंड थाना क्षेत्र की पाथरी चौकी अंतर्गत आने वाले ग्राम हर्राटोला के जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में मारे गए 12 लाख रुपए के इनामी नक्सली रूपेश उर्फ डुंगा का शव आज शुक्रवार को पुलिस ने उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। बताया जा रहा है कि नक्सली रुपेश के परिजन सुकमा छत्तीसगढ़ से रूपेश का शव लेने के लिए बालाघाट पहुंचे थे। जिन्होंने पुलिस से मुलाकात कर पुलिस की कार्यवाही में सहयोग किया, जहां आवश्यक कार्यवाही कर पुलिस ने नक्सली रूपेश का शव उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। जहां नक्सली रूपेश का शव लेने उनके परिजन छत्तीसगढ़ सुकमा के टेकलगुडा जगरगुंडा से बालाघाट पहुंचे थे । जिनकी उपस्थिति में बालाघाट पुलिस ने आवश्यक कार्यवाही कर नक्सली रूपेश का शव सौप दिया जहा उनके परिजन कड़ी सुरक्षा के बीच रूपेश के शव को लेकर छत्तीसगढ़ सुकमा के लिए रवाना हो गए ।

भोरम देव दलम से था नक्सली रुपेश
बताया जा रहा है की नक्सली रूपेश, कान्हा भोरम देव के सक्रिय नक्सली कबीर उर्फ सुरेंद्र का गार्ड था। रूपेश पर 12 लाख रुपए का ईनाम घोषित था। जानकारी के अनुसार रुपेश पिछले कई वर्षों से विभिन्न नक्सली वारदातों में सक्रिय रहा है वही मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में उसके खिलाफ कई नक्सली मामले भी दर्ज थे, जिसे हार्कफोर्स और जिला पुलिस बल के जवानों ने सर्चिंग के दौरान मार गिराया था

नक्सली के इन परिजन परिजनों के सुपुर्द किया गया रुपेश का शव
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार नक्सली रुपेश के शव को लेने छत्तीसगढ़ सुकमा के टेकलगुडा जगरगुंडा के केन्टा निवासी रुपेश के पिता 50 वर्षीय डोडी जोगा, जीजा ताती हडमा, और चचेरा भाई माडवी देवा सहित अन्य परिजन शुक्रवार की सुबह बालाघाट पहुंचे थे। जिनके सामने पुलिस ने आवश्यक कार्यवाही पूर्ण कर उन्हें नक्सली का शव सौंप दिया है। बता दें कि कड़ी सुरक्षा के बीच नक्सली के शव को उसके गृहग्राम भिजवाया गया है।

इसके पूर्व भी दो नक्सलियों के शव लेकर गए थे उनके परिजन
आपको बताएं कि इसके पूर्व-मंडला सीमा अंतर्गत मोतीनाला, सुपखार के जंगल में जमसेरा वनवभिाग नाका के समीप 30 नवंबर को जंगल में पुलिस व नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ दो बड़े नक्सली मारे गए थे। जिसके बाद बालाघाट पुलिस ने उनके शवों को बरामद कर उन्हें जिला अस्पताल में लाकर रखा थ। वहींउनके शवों का अंतिम संस्कार किए जाने के लिए उनके परिजनों को सौंपे जाने के लिए पुलिस ने परिजनों को सूचना दी थी।कुछ दिन बाद मारे गए एक नक्सली गणेश के शव को उसके परिजन ले गए थे। वहीं शुरू दिसंबर में दूसरे नक्सली राजेश के परिजन भी
राजेश का शव लेने के लिए बालाघाट पहुंचे थे। जिन्हें भी आवश्यक कार्यवाही कर नक्सली का शव सौंपा गया था। ठीक उसी तरह की कार्यवाही रुपेश के शव को भेजने के पूर्व की गई है। बताया जा रहा है कि पिछले रविवार को मुठभेड़ में मारे गए 12 लाख के इनामी नक्सली रुपेश के शव को ले जाने की सूचना, बालाघाट पुलिस द्वारा सुकमा छत्तीसगढ़ निवासी नक्सली के परिजनों को दी गई थी जिसकी सूचना पर आज शुक्रवार को उनके परिजन बालाघाट पहुंचे थे, जो नक्सली रूपेश के शव को लेकर छत्तीसगढ़ सुकमा की ओर रवाना हुए हैं

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