इजरायली सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिए भारत में पत्रकारों, नेताओं और अफसरों की जासूसी के आरोप हैं। इनमें कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया और एचडी कुमारस्वामी के निजी सचिव के नाम भी शामिल हैं। सिद्धारमैया ने भास्कर से बातचीत में कहा कि कर्नाटक में सरकार गिराने के लिए हमारे फोन हैक हुए। प्रस्तुत है सिद्धारमैया से हुई बातचीत के प्रमुख अंश…
Q. क्या आप अपने फोन की हैकिंग के बारे में जानते थे?
A. किसी को नहीं पता था कि इस तरह से हमारे फोन हैक किए गए। हमें हमेशा संदेह था कि भाजपा फोन टैपिंग में शामिल है।
Q. अपनी सरकार अस्थिर होने पर आपको कुछ संदिग्ध दिखा?
A. हमने फोन पर कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं देखी। हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं था और इसलिए हमें इसकी ज्यादा चिंता भी नहीं थी।
Q. क्या आपने इस बीच नंबर या फोन बदला है?
A. मुझे क्यों बदलना चाहिए। मैं किसी से नहीं डरता। मैं अभी भी अपने निजी सहायक वेंकटेश का फोन इस्तेमाल करता हूं।
Q. क्या विपक्षी दलों को आपके कुछ राज पता चले?
A. कोई रहस्य था ही नहीं। हां, अब हम जानते हैं कि वे उपचुनाव कैसे जीत सकते हैं।
Q. क्या आप फोन फोरेंसिक जांच के लिए देंगे?
A. बेशक। अगर कोर्ट जांच के लिए कहेगा तो मैं तैयार हूं। जासूसी में भाजपा की संलिप्तता की सच्चाई सामने आए और लोग उसके नेताओं के आपराधिक चेहरे से अवगत हों।