भारतीय सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ दुनिया के बेहतरीन युवा क्रिकेटर्स में से एक हैं। शॉ ने टेस्ट करियर की शानदार शुरुआत की, लेकिन फिर कुछ सीरीज में खराब फॉर्म के चलते उन्हें जल्द ही टीम से बाहर कर दिया गया। हालांकि, आईपीएल 2021 में शॉ का बल्ला जमकर बोला, जिससे उम्मीद जताई गई की उनकी इंग्लैंड के खिलाफ टूर पर वापसी हो सकती है। वहीं, जब शुक्रवार को भारतीय टीम के टेस्ट स्क्वॉड का ऐलान हुआ तो शॉ का नाम गायब था। उन्हें टीम में नहीं चुने जाने पर टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा नाखुश हैं। उनका कहना है कि एक टेस्ट मैच के आधार पर शॉ को बाहर रखने का निर्णय कठोर है।
आशीष नेहरा ने क्रिकबज से कहा, ‘जहां तक टेक्निक का सवाल है तो किसी भी खिलाड़ी के लिए इसे एडजस्ट करना मुश्किल है। एडिलेड टेस्ट के दौरान शॉ कोई ऐसे खिलाड़ी नहीं था, जिसके पास बहुत अनुभव था या फिर उसने 30-40 टेस्ट मैच खेले हों। हम एक युवा खिलाड़ी के बारे में बात कर रहे थे। एक टेस्ट मैच के आधार पर शॉ को ड्रॉप करना कठोर निर्णय है।’
बता दें कि शॉ को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में ज्यादा मौके नहीं मिले। शॉ ने एडिलेड ओवल में खेले गए पहले टेस्ट में 0 और 4 का स्कोर बनाया था, जिसके बाद उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर का रास्त दिखा दिया गया। उन्हें इंग्लैंड के ख़िलाफ घरेलू सीरीज के लिए भी नहीं चुना गया। हालांकि, शॉ ने ऑस्ट्रेलिया से लौटने पर हौसला बरकरार और कड़ी मेहनत की। उन्होंने विजय हजारे और आईपीएल में दमदार बल्लेबाजी की और अपनी प्रतिभा का लौहा मनवाया।
शॉ को दिल्ली कैपिटल्स की ओर से आईपीएल 2021 में सभी मैचों में खेलने का अवसर मिला। लेकिन पिछले सीजन में उन्हें कुछ मैचों में ही बल्लेबाजी का मौका मिल सका था। नेहरा के अनुसार शॉ आईपीएल 2020 में दिल्ली के लिए और अधिक मैच खेल खेलने के हकदार थे। नेहरा ने कहा, ‘यह एक बात है कि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतने के लिए गई थी, लेकिन तब भी मुझे लगा कि एक टेस्ट मैच के बाद शॉ को नहीं बिठाया जाना चाहिए था।
पूर्व भारतीय गेंदबाज ने कहा, ‘पिछले साल के आईपीएल के दौरान भी मुझे लगा कि शॉ को ड्रॉप नहीं करना चाहिए था। उसने कुछ अच्छी पारियां खेलीं, मगर वह रन नहीं बना सका। जब आप टी20 क्रिकेट की बात करते हैं तो मैं हमेशा एक ऐसे खिलाड़ी को सपोर्ट करूंगा, जिसने रहाणे से ज्यादा रन बनाए हैं। मैं यह नहीं कह रहा कि रहाणे एक अच्छे खिलाड़ी नहीं हैं, लेकिन टी 20 क्रिकेट में आपको शॉ, पंत, स्टोइनिस और हेटमायर जैसे विस्फोटक खिलाड़ियों की जरूरत है।’