नई दिल्ली: मुंबई के कप्तान और ओपनर पृथ्वी शॉ ने रविवार को विजय हजारे ट्रॉफी में इतिहास रच दिया। पृथ्वी शॉ विजय हजारे ट्रॉफी के एक एडिशन में 800 या ज्यादा रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। शॉ ने यह उपलब्धि मुंबई और उत्तर प्रदेश के बीच दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में चल रहे विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में हासिल की। फाइनल में 313 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मुंबई के कप्तान पृथ्वी शॉ ने 39 गेंदों में 10 चौके और चार छक्के की मदद से 79 रन बनाए।
पृथ्वी शॉ ने मौजूदा विजय हजारे ट्रॉफी में 8 मैचों में एक दोहरा शतक, तीन शतक और एक अर्धशतक की मदद से कुल 827 रन बनाए। 21 साल के पृथ्वी शॉ ने गुरुवार को ही विजय हजारे ट्रॉफी के एक एडिशन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले मयंक अग्रवाल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था। मयंक अग्रवाल ने 2017-18 एडिशन में कुल 723 रन बनाए थे। देवदत्त पडिक्कल ने इसी दिन मयंक अग्रवाल के रिकॉर्ड को तोड़कर दूसरा स्थान हासिल किया था। पडिक्कल ने मौजूदा विजय हजारे ट्रॉफी में कुल 737 रन बनाए।
विजय हजारे के एक सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज
- 827 – पृथ्वी शॉ (2021)
- 737 – देवदत्त पडिक्कल (2021)
- 723 – मयंक अग्रवाल (2018)
- 609 – देवदत्त पडिक्कल (2019)
- 607 – दिनेश कार्तिक (2017)
कोहली के रिकॉर्ड की बरारबरी की
पृथ्वी शॉ ने मौजूदा विजय हजारे ट्रॉफी में कुल चार शतक जमाए और भारतीय कप्तान विराट कोहली के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। विराट कोहली ने 2008-09 में विजय हजारे ट्रॉफी में चार शतक जमाए थे।
विजय हजारे ट्रॉफी के सीजन में सबसे ज्यादा शतक जमाने वाले बल्लेबाज
- 4 – विराट कोहली (2008-09)
- 4 – देवदत्त पडिक्कल (2021*)
- 4 – पृथ्वी शॉ (2021)
पृथ्वी शॉ ने मौजूदा विजय हजारे ट्रॉफी में एक दोहरा शतक और तीन शतक जमाए हैं। उन्होंने 188.5 की औसत से 827 रन बनाए हैं। इस सप्ताह की शुरूआत में पृथ्वी शॉ ने भारतीय बल्लेबाजों द्वारा लिस्ट ए क्रिकेट में सफल रन का पीछा करने के दौरान महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली के सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ा था। पृथ्वी शॉ ने मंगलवार को सौराष्ट्र के खिलाफ 123 गेंदों में 185 रन की पारी खेली थी। जहां धोनी ने 2005 में श्रीलंका के खिलाफ 183 रन बनाए थे, वहीं कोहली ने 2012 में ढाका में एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ 183 रन की पारी खेली थी।