कतर में 18 दिसंबर को संपन्न हुए फुटबॉल वर्ल्ड कप में फ्रांस को पेनाल्टी शूटआउट में अर्जेंटीना से हार का सामना करना पड़ा। हार के बाद फ्रांस के खिलाड़ियों को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है। उन पर नस्लीय टिप्पणी की जा रही है। फ्रांस फुटबॉल फेडरेशन ने ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। वहीं फ्रांस के कई राजनेताओं ने भी इसकी आलोचना की है।
दरअसल पेनाल्टी शूटआउट में अर्जेंटीना ने 4-2 से बाजी मारी। इससे पहले तय समय तक दोनों टीमें 2-2 गोल की बराबरी पर थीं। उसके बाद मैच हाफ टाइम में गया। हाफ टाइम में भी दोनों टीमों ने 1-1 गोल किए। इस तरह मैच 3-3 की बराबरी पर रहा। जिसके बाद मैच का फैसला पेनाल्टी शूटआउट में हुआ। फ्रांस की ओर से पेनाल्ट शूटआउट में कीलियन एम्बाप्पे और रांडल कोलो मुआनी गोल करने में सफल रहे। जबकि किंग्स्ले कॉमान और औरेलियन चौमेनी शॉट मिस कर गए।
फ्रांस फुटबॉल फेडेरेशन ने अपने सोशल मीडिया से पोस्ट किया कि फ्रांसीसी टीम के कई खिलाड़ियों को सोशल मीडिया पर नस्लवादी टिप्पणी की जा रही है। फेडरेशन इसकी निंदा करता है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फेडरेशन ऐसे लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएगा।