बालाघाट लांजी थाना क्षेत्र में डबल मनी का पैसा वापस नहीं करने पर जहां एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई और मारपीट की घटनाएं आए दिन घटित हो रही है ।इन वारदात के चलते डबल मनी का पैसा वापस नहीं करने पर पांच लोगों ने जहां एक युवक से मारपीट की तो रुपए नहीं देने पर इस युवक का अपहरण कर लिये।यह घटना लांजी थाना क्षेत्र में आने वाले ग्राम बोलेगांव में 16 अगस्त की रात्रि 8:30 बजे हुई। युवक को छोड़ने के बाद फरार इन 5 अपहरणकर्ताओं को लांजी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिये ।सभी 5 अपहरणकर्त्ता रितिक उर्फ सोनू पिता राजा बाबू नाग मारे 23 वर्ष सुभाष पिता दुलास राम चन्ने 42 वर्ष उत्तम गुप्ता पिता राजेंद्र गुप्ता 42 वर्ष अशरफ शेख पिता रसूल शेख 28 वर्ष और अविनाश पिता संतोष लटारे 23 वर्ष लांजी निवासी है। जिन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल भिजवा दिया गया है
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम बोलेगांव निवासी रामकिशन बापूरे जो खेती किसानी करते हैं जिनके परिवार में दो लड़के हैं बड़ा लड़का देवेंद्र बापूरे और छोटा लड़का देवेंद्र बापुरे है। बताया गया है कि देवेंद्र बापूरे डबल बनी से जुड़ा हुआ था जिन्होंने डबल मनी में दूसरों से रुपए लेकर लगवाए थे किंतु पिछले वर्ष डबल मनी का भंडाफोड़ होने के बाद देवेंद्र द्वारा दूसरों के लगाए गए रुपए भी डूब गए। और रुपए वापस नहीं हो पाए और जिसके बाद वे लोग देवेंद्र पर दबाव बनाने लगे थे ।16 अगस्त की रात्रि 8:30 बजे देवेंद्र अपने गांव के दुर्गा मंदिर के पास खड़ा था वहीं पर उसका पिता रामकिशन और गांव के राजू सांवरिया सुनील कॉलबेले के साथ बैठकर बातचीत कर रहे थे । उसी समय एक सफेद रंग की वेन आकर रुकी वेन से पांच लोग उतरे जो रामकिशन बापूरे के घर आते जाते रहते थे और उन्हें रामकिशन बापूरे अच्छे से पहचानता था। वे पांच लोग देवेंद्र बापूसे बातचीत करने लगे और इसके बाद गाली गुप्ता देने लगे आवाज सुनकर रामकिशन बापूरे,, राजू सांवरिया और सुनील कालबेले उनके पास पहुंचे वेन से आने वाले 5 लोग ऋतिक उर्फ सोनू सुभाष उत्तम गुप्ता अशरफ शेख अविनाश लटारे सभी देवेंद्र से पैसे की मांग करने लगे और यह भी धमका रहे थे कि सही सलामत रखना है तो हमें पैसे दे दो वरना तुझे जिंदा नहीं छोड़ेंगे ।देवेंद्रने इन्हें पैसे देने से मना कर दिया जिसके बाद पांचो लोग देवेंद्र के साथ मारपीट करने लगे इन लोगों को रामकिशन बापू रे अन्य लोगों ने समझाने की कोशिश किये किंतु उन्होंने किसी की बात नहीं मानी और देवेंद्र को घसीटकर गाड़ी में बैठकर अपहरण करके ले गए। रामकिशन सहित अन्य लोगों ने गाड़ी का पीछा किया किंतु गाड़ी रोक नहीं पाए। गाड़ी का नंबर एमपी 50 सीए 1862 ही देख पाए। रामकिशन बापूरे ने अपने लड़के देवेंद्र की खोजबीन किए, किंतु देवेंद्र नही मिला जिसके बाद रामकिशन बापूरे राजू सांवरिया के साथ रिपोर्ट करने के लिए लांजी थाना पहुंचे। लांजी पुलिस ने रामकिशन बापूरे उम्र 50 वर्ष द्वारा की गई रिपोर्ट पर इस मामले में रितिक उर्फ सोनू नागमारे, सुभाष चन्ने उत्तम गुप्ता अशरफ शेख और अविनाश लटारे के विरुद्ध धारा 365 327 323 294 506 147 भादवि के तहत अपराध दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की ।बताया गया है कि इस दौरान इन अपहरणकर्ता र्देवेंद्र को कोटेश्वर मंदिर से आगे बकरामुंडी रोड पर छोड़कर फरार हो गए थे। अपराध दर्ज होने के बाद उपनिरीक्षक अमित सिंह कुशवाह ने अपने स्टाफ के साथ जांच पड़ताल करते हुए 16 अगस्त को ही इन पांच अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया और सभी को वहां की अदालत में पेश कर दिए जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल भिजवा दिया गया है।