पॉलिटेक्निक कॉलेज के सीसीटीवी कैमरे 28 नवंबर को हुये बंद

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भले ही 17 नवंबर को विधानसभा 2023 के लिए हुए मतदान को जिला प्रशासन द्वारा यह कहा गया था कि जिले की 6 विधानसभा में शांतिपूर्वक मतदान हुए हैं किंतु उसके बाद से ही जिले में धीरे-धीरे प्रत्याशियों की बीच मनमोटा और चुनाव में हुई नोक झोक से पहले तो विवाद की स्थितियां देखने मिला उसके बाद जब ईवीएम मशीन स्ट्रांग रूम में कैद हो गई तो पुनः विपक्षियों दल द्वारा जिला प्रशासन पर EVM से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाए जाने लगा और उसके बाद 17 नवंबर को एक बार फिर एक डाक मत पत्र का वीडियो तेजी से वायरल हुआ और यह विषय अभी शांत ही नहीं हुआ था कि 28 नवंबर को सुबह कांग्रेस के शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्याम पंजवानी द्वारा पॉलिटेक्निक कॉलेज में रखी ईवीएम मशीन की लाइव रिपोर्टिंग में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे बंद होने की बात मीडिया पर कही गई जिस पर जब जानकारी निकाल कर यह सामने आई की सही में कुछ टेक्निकल वहज से सीसीटीवी कैमरे कुछ समय के लिए बंद हुए थे और उन्हें जिला प्रशासन द्वारा पुन हा सुचारू रूप से चालू कर दिया गया

आपको बता दे की जिले में मतणना को लेकर कन्फ्यूजन ही कन्फ्यूजन नजर आ रहा है, मतगणना से जुड़ी घटनाओं से वर्तमान समय में प्रशासन बैकफुट पर है और कांग्रेस हमलावर हो गई है। राजनीतिक दलों के साथ स्टैडिंग कमेटी के मतगणना स्थल की लाईट को लेकर विशेष ध्यानाकर्षण के बावजूद, मंगलवार को प्रातः मतगणना स्थल की लाईट बंद होने की घटना ने वर्ष 2013 में मतगणना के दौरान हुई लाईट गोल होने की घटना की याद को ताजा कर दिया।
अभी बालाघाट तहसील कार्यालय के अस्थायी मतपत्र के स्ट्रांग रूम में हुई कथित मतों की गणना की गिनती को लेकर विरोधाभाष की खबर ठंडी भी नहीं पड़ी थी कि मंगलवार की सुबह मौसम परिवर्तन के दौरान मतगणना केन्द्र की लाईट बंद होने की खबर ने हड़कंप मचा दिया।

सीसीटीव्ही की लाईव रिपोर्टिंंग स्क्रीन पर नहीं दिखा रही थी- श्याम पंजवानी

शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्याम पंजवानी ने कहा कि लगभग पौने नौ बजे जब वे वहां पहुंचे तो लाईट गोल थी और सीसीटीव्ही की लाईव रिपोर्टिंंग स्क्रीन पर नहीं दिखा रही थी। जिसकी सूचना उन्होंने तत्काल एडीएम और एसडीएम को दी। जिसके बाद वे वहां पहुंचे और लाईट प्रारंभ की गई। हालांकि प्रशासन द्वारा इससे पूर्व जनरेटर से लाईट को प्रारंभ करवा दिया गया था। अध्यक्ष श्याम पंजवानी ने कहा कि जब स्टैडिंग कमेटी में यह तय हो गया था कि 2013 के चुनाव में हुई लाईट गोल जैसी घटना की पुनर्रावृत्ति नहीं होना चाहिए, फिर लाईट गोल हो जाना, आशंकाओं का जन्म देता है। ऐसी घटना लोकतंत्र के लिए निंदनीय है।

जब हमारे द्वारा इस पूरे विषय को लेकर बालाघाट विधानसभा के रिटर्निंग ऑफिसर से दूरभाष पर संपर्क किया गया कि आखिरकार जो 28 नवंबर को पॉलिटेक्निक कॉलेज के स्ट्रांग रूम में सीसीटीवी बंद हुए थे उनकी क्या स्थिति है किंतु रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा फोन कॉल रिसीव नहीं होने की वजह से यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि आखिरकार कब तक सीसीटीवी कैमरे बंद रहे या उस बीच किस प्रकार की वैकल्पिक व्यवस्था की गई आखिर यह स्थिति क्यों निर्मित हुई या ऐसी स्थिति निर्मित ना हो उसके लिए किस प्रकार की जिला प्रशासन के द्वारा व्यवस्था बनाई जाएगी या पुन इस घटना की पुनरावृत्ति कहीं मतदान के दिन भी तो नहीं देखने को मिलेगी

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